अंतराष्ट्रीय

यूक्रेन में नागरिकों को बांटे जा रहे हथियार

कीव:रूस की तरफ से बड़ा बयान दिया गया कि यदि यूक्रेन की सेना सरेंडर करती है तो वह यूक्रेन के साथ बातचीत के लिए तैयार है. वहीं यह भी बताया जा रहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति को बातचीत का न्योता भेजा है. दोनों देशों की तरफ से बातचीत की खबरे सामने आ रही है लेकिन अभी तक किसी की भी तरफ से युद्ध रोकने की पहल नहीं की गई है.
यूक्रेन संकट को देखते हुए भारत ने भी वहां फंसे नागिरकों और छात्रों को निकालने की कोशिशे तेज कर दी है. खबर के मुताबिक सरकार रोमानिया और हंगरी के रास्ते से लोगों की वापस ला सकती है.
रूसी सेना जिस तेजी से यूक्रेन में बढ़ रही है उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्दी यूक्रेन की राजधानी कीव भी रूस के कब्जे में होगी. बताया जा रहा है कि रूसी सेना कीव से कुछ ही दूरी पर है. इस बीच यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि रूस के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में अब तक 1 हजार से अधिक रूसी सैनिकों को मार गिराया गया है.
शुक्रवार को यूक्रेन ने रूस के हमले को रोकने के लिए यूरोपीय संघ से उस पर और कड़े प्रतिबंध लगाने की अपील की है. यूक्रेन ने कहा कि अभी प्रतिबंधों की संभावनाएं पूरी तरह से खत्म नहीं हुई हैं. यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस ने उसके 137 नागरिकों की जान ली है जबकि हमले में अभी तक करीब 316 लोग घायल हुए हैं.

यूक्रेन में लगातार हमले के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन से बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं. यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का आगाज करने के बाद अब रूस की तरफ से बड़ा प्रस्ताव दिया गया है. पुतिन बातचीत के लिए एक प्रतिनिधि मंडल भेजेंगे.

बता दें कि यूक्रेन पर हमला किए हुए अभी दो दिन ही बीते हैं लेकिन रूस की नीतियों को लेकर उसे अपने ही नागिरकों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. अभी तक रूस में करीब 1700 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है. यूक्रेन के खिलाफ रूस के बर्ताव के लिए व्हाइट हाउस के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया गया.
यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को फंसे हुए भारतीयों से ”मजबूत, सुरक्षित और सतर्क” बने रहने की अपील की और कहा कि रोमानिया और हंगरी सीमा के रास्ते उन्हें निकालने के प्रयास जारी हैं. दूतावास ने एक परामर्श में कहा कि भारतीय टीमों को हंगरी सीमा पर चोप-जाहोनी सीमा बिंदु और रोमानिया सीमा पर उजहोरोड में चेर्नित्सि के पोरबने-स्ट्रीट के आसपास तैनात किया जा रहा है. दूतावास ने भारतीय नागरिकों को पासपोर्ट, नकदी, किसी भी आपातकालीन खर्च के लिये अधिमानतः अमेरिकी डॉलर, और कोविड ​​​​-19 टीकाकरण प्रमाण पत्र जैसे अन्य आवश्यक सामान ले जाने के लिए कहा.
फॉर्मूला वन (एफवन) रेस के आयोजकों ने कहा कि रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद इस साल के अंत में सोच्चि में रेस आयोजित करना ‘असंभव’ है. पहले के कार्यक्रम के मुताबिक रूस के सोच्चि में 25 सितंबर को एफवन रेस होनी था. एफवन ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा, ‘ हम यूक्रेन के घटनाक्रम को दुख और सदमे के साथ देख रहे हैं. हम उम्मीद कर रहे है कि वर्तमान स्थिति का जल्दी से शांतिपूर्ण समाधान निकलेगा.

आपको बता दें कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बीच केंद्र की सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट समिति की शनिवार को फिर बैठक होने की संभावना है। सरकार के सूत्रों ने यह जानकारी दी. यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई थी. प्रधानमंत्री मोदी ने बाद में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत की थी और तत्काल हिंसा समाप्त करने का आह्वान किया था . उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि यूक्रेन से भारतीयों की सुरक्षित वापसी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.

इस बीच पोप फ्रांसिस रोम में रूसी दूतावास गए और यूक्रेन में युद्ध के बारे में व्यक्तिगत रूप से अपनी चिंता व्यक्त की। पोप के रुख को असाधारण कदम के तौर पर देखा गया है. आमतौर पर राजदूत और राष्ट्राध्यक्ष वेटिकन में पोप से मिलने जाते जाते हैं तथा राजनयिक प्रोटोकॉल के तहत वेटिकन के विदेश मंत्री, राजदूत को लेकर पोप के पास जाते हैं. वेटिकन के राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर फ्रांसिस का रूसी दूतावास तक जाना, यूक्रेन पर मास्को के हमले के प्रति उनके आक्रोश और युद्ध को समाप्त करने के लिए उनकी निजी अपील को दर्शाता है. वेटिकन के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें पोप के इस कदम के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी.

 

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