यूक्रेन ने दी Bitcoin को मान्यता !!
कीव – रूस के साथ जारी टकराव और महायुद्ध के डर के बीच यूक्रेन ने गुरुवार को क्रिप्टोकरेंसी और बिटकॉइन को लीगल और रेगुलेट कर दिया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, यूक्रेन की संसद में Bitcoin संबंधी कानून पारित हुआ. इस दौरान बिल के पक्ष में 272 सांसदों ने वोट दिए. छह सांसद इसके खिलाफ थे.
ऐसा माना जा रहा है कि इस बिल के पीछे मुख्य उद्देश्य क्रिप्टोकरेंसी पर अपना नजरिया साफ करने और बिटकॉइन के खरीदारों की सुरक्षा करना है, क्योंकि अब से पहले देश में बिटकॉइन न ही कानूनी था और न ही गैर-कानूनी. यूक्रेन से पहले अल सल्वाडोर ने बिटकॉइन को मान्यता दी है.
बिटकॉइन से लेनदेन की व्यवस्था को सुचारु रुप से लागू करने के लिए बिटकॉइन वॉलेट चीमो शुरू किया है. यूक्रेन के उप प्रधानमंत्री मायखाइलो फेडोरोव ने ट्विटर पर कहा, ‘यूक्रेन पहले से ही क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल में दुनिया के 5 टॉप देशों में शामिल है. आज हमने एक और कदम आगे बढ़ाया है. संसद ने आभासी संपत्ति पर कानून अपनाया! यह क्रिप्टो एक्सचेंजर्स और क्रिप्टोकरेंसी को वैध करेगा. साथ ही यूक्रेन के वासी अपनी संपत्ति को संभावित दुरुपयोग या धोखाधड़ी से बचा सकते हैं.’
क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में तेजी – क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में गुरुवार 17 फरवरी 2022 को तेजी नज़र आ रही है. लगभग सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी हरे निशान पर कारोबार करती नज़र आ रही हैं. वैश्विक क्रिप्टो मार्केट कैप बीते 24 घंटे में 3 फीसदी तक बढ़ा है. इसके पीछे जानकार क्रिप्टो को लेकर आ रही अच्छी खबरों को बता रहे है. बिटकॉइन की बात करें तो आज यह 46 हजार डॉलर के पार कारोबार कर रहा है. आज इसमें 3 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है.
भारत में भी चलता है बिटकॉइन! – बिटकॉइन का इस्तेमाल करने वाले देशों की लिस्ट में पहला नाम भारत का आता है. हालांकि, यहां की सरकार लगातार इसे बैन करने की कोशिशें कर रही है, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है. अप्रैल 2018 में रिजर्व बैंक ने क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाया ता, लेकिन 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने इसके उलट फैसला दे दिया. मई 2021 में रिजर्व बैंक ने बैंकों को क्रिप्टोकंरसी का इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी.
अब देना होगा 30 फीसदी टैक्स – इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने लोकसभा में बजट (Union Budget 2022) पेश करते हुए डिजिटल एसेट्स (Digital Assets) से कमाई पर 30 फीसदी का भारी-भरकम टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया. वित्त मंत्री ने यह भी कहा था कि टैक्स लगाने का मतलब क्रिप्टोकरेंसी को भारत में लीगलाइज करना नहीं है.
इन देशों में भी चलता है बिटकॉइन? –अमेरिका में भी बिटकॉइन चलता है. वहां पर डिश नेटवर्क, माइक्रोसॉफ्ट, सबवे और ओवरस्टॉक जैसी कंपनियां बिटकॉइन में भुगतान स्वीकार करती हैं , अमेरिका की तरह ही कनाडा में बी बिटकॉइन का खूब इस्तेमाल होता है. कनाडा रेवेन्यू एजेंसी तो बिटकॉइन को एक कमोडिटी की तरह देखती है और इसके हुई कमाई को बिजनस इनकम माना जाता है. उस पर टैक्स भी लिया जाता है. अगला नाम है ऑस्ट्रेलिया का, जहां पर बिटकॉइन अभी भी इस्तेमाल होता है.
ऑस्ट्रेलिया में इसे ना तो विदेशी मुद्रा की तरह देखा जाता है ना ही पैसों की तरह देखते हैं. इसे असेट की तरह देखा जाता है और कैपिटल गेन टैक्स भी लगाया जाता है. इनके अलावा फिनलैंड, बेल्जियम, बुल्गारिया और अल सल्वाडोर जैसे देशों में भी बिटकॉइन का इस्तेमाल किया जाता है.
इन देशों ने लगा रखा है बैन
1 – बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने वाले देशों में चीन भी शामिल हो गया है.
2 – रूस में बिटकॉइन पर पहले से ही बैन है और वहां बिटकॉइन में भुगतान करना अवैध है.
3 – वियतनाम ने भी बिटकॉइन पर बैन लगाया हुआ है.
4 – इसका अलावा बोलिविया, कोलंबिया और एक्वाडोर जैसे देशों ने भी बिटकॉइन और बाकी क्रिप्टोकरंसी पर बैन लगाया हुआ है.