मुंबई पुलिस से कंगना रनौत नेमांगा समय

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ज्यादातर समय अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं. अब एक फिर वह अपने विवादित बयान के चलते उपजे विवाद को लेकर चर्चा में हैं. कंगना रनौत के खिलाफ नवंबर में एक एफआईआर दर्ज कराई गई थी. जिसके बाद एक्ट्रेस को 22 दिसंबर 2021 को खार पुलिस स्टेशन में अपना बयान दर्ज कराने के लिए समन भेजा गया था. लेकिन, अब एक्ट्रेस ने मुंबई पुलिस के समक्ष पेश होने के लिए समय मांगा है. क्योंकि एक्ट्रेस इन दिनों शहर में नहीं हैं, लेकिन अब तक मुंबई पुलिस ने कंगना की रिक्वेस्ट पर कोई छूट नहीं दी है.
कंगना रनौत के वकील का कहना है कि अभिनेत्री इन दिनो अपनी अपकमिंग फिल्म की शूटिंग के चलते मुंबई से बाहर हैं. ऐसे में उन्हें खार पुलिस स्टेशन में अपना बयान दर्ज कराने के लिए कुछ समय चाहिए. कंगना के वकील की ओर से खार पुलिस स्टेशन को इस संबंध में सूचित किया गया है कि वह कल यानी बुधवार को अधिकारों के सामने पेश नहीं हो पाएंगी. ऐसे में उनकी ओर से नई तारीख मांगी गई है.
बता दें, कंगना के खिलाफ नवंबर में मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज की गई थी. सिख समुदाय के सदस्यों ने सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर अभिनेत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. कंगना के खिलाफ ये एफआईआर उनके आंदोलन कर रहे किसानों की तुलना खालिस्तानी आतंकवादियों से करने वाले बयान के आधार पर दर्ज कराई गई थी.
कंगना रनौत के खिलाफ यह एफआईआर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और शिरोमणि अकाली दल के नेताओं के साथ, मुंबई के 47 वर्षीय व्यवसायी अमरजीत सिंह संधू ने दर्ज करवाई थी. शिकायतकर्ताओं ने कंगना पर “जानबूझकर और मकसदन” आंदोलन कर रहे किसानों को “खालिस्तानी आतंकवादी” के रूप में दिखाने और सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करने के आरोप लगाए थे.
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कंगना ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध करने वाले आंदोलनकारियों को खालिस्तानी आतंकवादी बताया था. अपने पोस्ट में कंगना ने लिखा था- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार को घुमा सकते हैं. लेकिन, एक महिला को मत भूलना… एकमात्र महिला प्रधान मंत्री ने इन को अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था. उन्होंने इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए.’