माइनस 40 डिग्री में जवानों ने किया 20 हजार फीट ऊंची चोटी को फतह

चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा की रखवाली करने वाली इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस के जवान शून्य से बेहद कम तापमान में भी सरहद पर तैनात रहते हैं. वे इस दौरान बर्फ के तूफानों, ठंडी हवा के थपेड़ों और चीनी फौज का सामना बेहद बहादुरी से करते हैं. आईटीबीपी को ऊंचे बर्फीले पहाड़ों पर फतह करने के लिए भी जाना जाता है. इस बीच आईटीबीपी की पर्वतारोही टीम ने 20 फरवरी को लद्दाख में स्थित माउंट करजोक कांगड़ी को भी फतह कर लिया है. ऐसा पहली बार हुआ है कि इस पर्वत की चोटी पर कोई पहुंचा हो.
इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस की केंद्रीय पर्वतारोही टीम ने माउंट करजोक कांगड़ी को 20 फरवरी को फतेह किया है. इस टीम में 6 सदस्य शामिल थे. इसका नेतृत्व कमांडेंट रतन सिंह सोनल ने किया.
माउंट करजोक कांगड़ी पूर्वी लद्दाख में रुपसू घाटी के ऊपर स्थित है. इसके तहत तीन पर्वत चोटियां आती हैं. इनकी ऊंचाई 6250 मीटर के आसपास है. यहां बेहद ठंडा मौसम रहता है. बर्फ की मोदी परत इन्हें ढके रखती है.
माउंट करजोक कांगड़ी करीब 20,177 फीट की ऊंचाई पर है. आईटीबीपी की टीम के डिप्टी लीटर डिप्टी कमांडेंट अनूप नेगी थे. जानकारी दी ग
आईटीबीपी ने बताया कि इस समय माउंट करजोक कांगड़ी में न्यूनतम तापमान शून्य से 40 डिग्री कम रहता है. इस दौरान वहां काफी विषम परिस्थितियां होती हैं.
वहीं टीम का नेतृत्व करने वाले आईटीबीपी के 55 साल के कमांडेंट रतन सिंह सोनल ने 17,500 फीट की ऊंचाई पर माइनस 30 डिग्री तापमान में 65 पुश अप्स किए.