महोबा / नॉनवेज बिरयानी कांड: शिकायतकर्ता ने मुकदमा वापस लेने के लिए दिया हलफनामा
- उर्स में हिंदुओं को प्रसाद के रूप में परोसी गई थी नॉनवेज बिरयानी
- ग्रामीण की तहरीर पर दर्ज किया गया था 43 पर केस
- चरखारी विधायक ने कार्रवाई के लिए पुलिस को दिए थे आदेश
महोबा. चरखारी कोतवाली क्षेत्र के सालट में 31 अगस्त को शेख पीर बाबा के उर्स में ग्रामीणों को प्रसाद में नॉनवेज बिरयानी परोसने के मामले में नया मोड़ आया है। जिस शिकायतकर्ता की तहरीर पर आयोजन से जुड़े 43 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, उस शख्स ने हलफनामा देकर मुकदमा वापस लेने की बात कही है। वहीं, वनाधिकारियों की एक टीम ने रविवार को मजार का निरीक्षण किया तो पता चला कि, वह प्राचीन है। हालांकि बाउंड्रीवॉल को नया निर्माण बताया जा रहा है। वन विभाग जांच रिपोर्ट बनाने में जुटा है। सालट में बीते 31 अगस्त को पीर बाबा की मजार पर उर्स का आयोजन हुआ था। आरोप है कि पीर बाबा के उर्स में प्रसाद के रूप में नॉनवेज बिरयानी खिलाकर हिन्दुओ का धर्म भ्रष्ट करने की कोशिश की गई। चरखारी सीट से विधायक ब्रजभूषण राजपूत भी ग्रामीणों से मिलने पहुंचे थे। उनका कहना था कि जानबूझकर ग्रामीणों को नॉनवेज बिरयानी परोसी गई ताकि उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचे। इस मामले में कड़े कदम उठाए जाने चाहिए।
विधायक ने यह भी कहा था कि पीर बाबा की दरगाह की जांच कर सत्यता सामने लायी जाए। इस मामले को लेकर डीएफओ रामजी राय दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। जहां उन्हें पीर बाबा की दरगाह बेहद पुरानी नजर आयी। जबकि दरगाह के पास बाउंड्रीवॉल का निर्माण और गुंबद दो से तीन वर्ष के अन्दर का बना नजर आ रहा है।
साम्प्रदायिक सौहार्द को ध्यान में रखते हुए आपसी सहमति और भाईचारे के साथ जांच के बाद कार्रवाई करने की बात डीएफओ महोबा ने कही है। डीएफओ ने कहा कि, मजार कई वर्ष पुराना है। यहां किसी व्यक्ति विशेष का कब्जा नहीं है। नए निर्माण का ध्वस्तीकरण नियमानुसार कराया जाएगा। मजार को क्षति नहीं पहुंचाई जाएगी।
वहीं, गांव में हुई पंचायत में शिकायतकर्ता राजकुमार रैकवार ने कहा कि हम गांव और देश में अमन और चैन के साथ रहना चाहते हैं। हम सभी के सामने कल्लू काजी और पप्पू मन्सूरी ने सार्वजनिक रूप से अपने द्वारा किए गए गुनाह की माफी मांग ली है। अब हम किसी के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं चाहते हैं।