मरे हुए डॉक्टर के नाम चला रहा था अस्पताल

ठाणे:कई बार ऐसा होता है जब किसी अस्पताल या क्लिनिक की पोल खुलती है तो फर्जी डॉक्टर के कारनामे सामने आते हैं। ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र के ठाणे से सामने आया है जहां एक शख्स के पास एक मरे हुए डॉक्टर की डिग्री थी जबकि वह खुद दसवीं पास था। इसके बावजूद भी वह एक अस्पताल का मालिक था। इतना ही नहीं वह काफी समय से लोगों का इलाज भी कर रहा था। लेकिन एक दिन उसकी पोल बुरी तरह खुल गई।
यह घटना महाराष्ट्र के ठाणे की है। यहां स्थित उल्हासनगर में पुलिस ने इस मामले का भंडाफोड़ किया है। आरोपी शख्स का नाम विनोद राय है और उसने सिर्फ दसवीं कक्षा तक पढ़ाई की है। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि वह पिछले दो सालों से उल्हासनगर शहर के एक अस्पताल में मरीजों का इलाज कर रहा था। उसके पास इलाज कराने वाले लोगों की भीड़ लगी रहती थी।
रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि वह करीब दो साल से अपने ही अस्पताल में इलाज कर रहा था। इसके लिए वह एक ऐसे डॉक्टर की डिग्री का इस्तेमाल कर रहा था जिनकी मौत साल 2019 में हो चुकी है। लोगों को अंदाजा नहीं था कि वह ऐसे डॉक्टर से इलाज करा रहे हैं। यह भी बताया गया कि उसके अस्पताल में काम करने वाले कई और भी ऐसे लोग हो सकते हैं जिनके पास कोई डिग्री नहीं है।
मामले की जानकारी देते हुए उल्हासनगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक मधुकर कद ने बताया कि स्थानीय नगर निकाय के एक चिकित्सा अधिकारी को निरीक्षण के दौरान पता चला तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी के खिलाफ तत्काल मामला दर्ज किया और उसे नोटिस जारी किया। फिलहाल मामले की जांच जारी है और उसे जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है।