मतुआ समुदाय के सम्मेलन में शामिल होंगी – Chief Minister Mamata Banerjee !!
कोलकाता –अब Chief Minister Mamata Banerjee मतुआ के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने के लिए Chief Minister Mamata Banerjee को धन्यवाद देना चाहते हैं। इसलिए राज्य सचिवालय में Chief Minister को न्योता भेजा गया है। बताते चलें कि नामशूद्रों का एक बड़ा हिस्सा मतुआ समुदाय का है।
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री कार्यालय ने सम्मेलन में उनकी मौजूदगी को हरी झंडी दे दी है। हालांकि, सम्मेलन की अंतिम तैयारी संभव नहीं है क्योंकि अभी तारीख की घोषणा नहीं की गई है। इसलिए यदि मुख्यमंत्री कार्यालय सम्मेलन की तिथि निश्चित रूप से घोषित करता है तो नामशूद्र विकास परिषद बैठक के आयोजन पर काम करना शुरू कर देगी।
ब्लैक ड्रेस में ईशा गुप्ता(esha gupta)
नामशूद्र विकास परिषद को उम्मीद है कि राज्य सरकार और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री मतुुआ की स्थिति स्पष्ट कर सकती है। मतुुआ के साथ मुख्यमंत्री की पार्टी की राजनीतिक स्थिति बंगाल में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का विरोध करना है।
ममता शुरू से कहती आ रही हैं कि मतुआ शरणार्थी भारतीय नागरिक हैं। इसलिए बंगाल में सीएए की कोई जरूरत नहीं है। पिछले चुनाव में मतुआ का समर्थन भाजपा को गया है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समुदाय के वार्षिक मेले में वर्चुअल भाषण दिया।मतुआ समुदाय का वोट कई विधानसभा और लोकसभा सीटें जीतने में निर्णायक रहा है। जिस तरह 2019 के लोकसभा चुनाव में मतुआ वोट ने भाजपा को 18 सीटें जीतने में मदद की, उसी तरह 2021 के विधानसभा चुनावों में भाजपा का मतुआ वोट बैंक बरकरार रहा।
लेकिन इस बार बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल उस वोट बैंक को वापस पाना चाहती है। इसलिए मुख्यमंत्री कल्याणी में जनसभा में उपस्थित होकर मतुआ समाज को अपने पक्ष में आने का संदेश दे सकती हैं। अगले साल राज्य में पंचायत चुनाव और उसके बाद 2024 में लोकसभा चुनाव की चर्चा है। मतुआ का समर्थन पाने के लिए मुख्यमंत्री पहले से ही पहल कर रही हैं।