अखिलेश यादव को लगा बड़ा झटका …
चित्रकूट – उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में पांचवें चरण में मतदान होना है जिसको लेकर नामांकन प्रक्रिया का आज चौथा दिन है. समाजवादी पार्टी ने चित्रकूट जनपद की दोनों विधानसभा से अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, जिसमें 236 चित्रकूट से अनिल प्रधान पटेल, तो वहीं 237 मानिकपुर से डाकू ददुआ के बेटे और पूर्व विधायक वीर सिंह पटेल को अपना उम्मीदवार प्रत्याशी बनाया है. वहीं, टिकट की घोषणा होते ही सपा में बगावत का दौर शुरू हो गया है.
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अनिल प्रधान पटेल के खिलाफ कई गांव में न सिर्फ नाराजगी देखने को मिली है बल्कि पुतले फूंके जाने की भी खबर है. इसके बाद सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक्शन में आ गए हैं.इस बीच मानिकपुर विधानसभा से सपा प्रत्याशी और ददुआ के बेटे वीर सिंह ने खुद ही चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. यही नहीं,
उनका चुनाव नहीं लड़ने का ऑडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. ददुआ के बेटे और पूर्व विधायक वीर सिंह पटेल ने बताया है कि वह इस विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं, क्योंकि उन्होंने इस क्षेत्र में कोई काम ही नहीं किया है और ना ही इस क्षेत्र से चुनाव लड़ने की कोई तैयारी की थी. अचानक उनको वहां से प्रत्याशी बना दिया गया है. इससे उन्हें वहां से लड़ने में थोड़ी कठिनाई होगी.
भारतीय जनता पार्टी के नेता सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी को ट्रोल करते हुए नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी मानिकपुर से जिस को प्रत्याशी बनाया है, वह ददुआ का बेटा है जिसके अत्याचार से आज भी क्षेत्र के लोगों की रूह कांप जाती है. शायद यही कारण है कि वीर सिंह पटेल ने अपने पिता के कारनामों को देखकर अपनी हार तय मान ली है, इसलिए उन्होंने वहां से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है.
जिस क्षेत्र में उन्होंने अपने चुनाव की तैयारी ही नहीं की, तो वहां से वह लड़ना उचित नहीं समझते हैं. फिलहाल सपा प्रत्याशी वीर सिंह पटेल के चुनाव लड़ने से इनकार करने पर और लगातार जिले में पार्टी द्वारा उतारे गए प्रत्याशियों का विरोध होने से यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नाराज बताए जा रहे हैं. यही नहीं, उन्होंने सपा प्रत्याशी वीर सिंह पटेल और जिलाध्यक्ष अनुज यादव को तलब कर लिया है.