मंत्री कपिलदेव की बर्खास्तगी, मोबाइल कांड की सीबीआई-ईडी जांच की मांग
लखनऊ । एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने प्रदेश के के कौशल विकास मंत्री कपिलदेव अग्रवाल को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त करते हुए उनके भाई ललित अग्रवाल तथा अन्य के खिलाफ थाना हजरतगंज, लखनऊ में दर्ज कराये गए मुकदमे की विवेचना सीबीआई को देने तथा इस पूरे प्रकरण को प्रवर्तन निदेशालय को संदर्भित करने किये की मांग की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी अपनी शिकायत में नूतन ने कहा कि दरोगा दिनेश कुमार शुक्ला द्वारा लिखवाये गए इस मुकदमे में अभियुक्तों द्वारा इनब्लाक कंपनी के कथित स्वदेशी मोबाइल के साथ पिओइएम तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री की फोटो का दुरुपयोग करते हुए आम जनता में छलने का काम किया गया।
नूतन ने कहा कि पुलिस द्वारा मुकदमे में आधे-अधूरे तथ्य लिखे हैं तथा जानबूझ कर ललित अग्रवाल के बड़े भाई कपिलदेव अग्रवाल तथा अन्य मंत्री, विधायकों का बचाव किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कपिलदेव अग्रवाल शुरू से ही काफी सक्रिय रहे हैं तथा उन्होंने एवं उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार ने नोएडा में इसकी लॉन्चिंग की थी, जिसे मंत्री सहित लंभुआ विधायक देवमणि द्विवेदी ने भी अपने फेसबुक पर प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री की फोटो के साथ अपने फेसबुक पर शेयर किया था।
नूतन के अनुसार इस कथित मोबाइल के माध्यम से काला धन सफेद करने की बात भी कही जा रही है। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस जानबूझ कर मंत्री तथा विधायकों का बचाव कर रही है तथा सतही तौर पर विवेचना कर मामले की गंभीरता को समाप्त कर उसे रफा-दफा करना चाहती है। इसलिए उन्होंने प्रकरण की विवेचना सीबीआई को दिए जाने, इस मामले को ईडी को संदर्भित करने तथा कपिलदेव अग्रवाल को मंत्रिमंडल से हटाये जाने की मांग की है।