भारत ने चीनी नागरिकों को ई-वीजा में दी छूट
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भारत यात्रा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के बीच नई दिल्ली ने शुक्रवार को चीनी नागरिकों के लिए वीजा नियमों में महत्वपूर्ण छूट देने की घोषणा की। इसके मुताबिक अब चीनी नागरिकों को पांच साल की अवधि के लिए वीजा दिया जाएगा।दोनों नेताओं के बीच उठाए जाने वाले मुद्दों में से यह एक ऐसा मुद्दा था जिसे चीन की तरफ से लगातार उठाया जा रहा था। भारत की इस घोषणा के मुताबिक अब चीनी नागरिकों को मल्टीपल-एंट्री पांच साल के लिए वीजा की सुविधा दी गई है।
इसके घोषणा के बाद से चीनी यात्री अब भारत में लंबी अवधि तक रुक सकते हैं। पांच साल में मल्टीपल एंट्री ई- टूरिस्ट वीजा की कीमत लगभग 5600 रुपये (80 डॉलर) होगी।
भारतीय दूतावास की तरफ से जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि भारत सरकार ने चीनी नागरिकों के लिए वीजा शुल्क और अवधि के अपने ई-वीजा नियमों को उदार किया है। वर्तमान समय में, ई-वीजा को छोटी अवधि के लिए दिया जाता है। वर्तमान नियमों के मुताबिक, भारत में आगमन के समय से ई-वीजा की वैधता 60 दिनों की होती है।
इससे पहले दोनों राष्ट्रप्रमुखों के बीच महाबलीपुरम में मुलाकात हुई और दोनों में महाबलीपुरम के सौंदर्य का लुत्फ उठाया। दोनों नेताओं ने रात के समय दक्षिण भारतीय भोजन का लुत्फ उठाया।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को तंजावुर की पेंटिंग और एक नचियारकोइल दीप तोहफे में दिया। पेंटिंग में देवी सरस्वती वीणा बजाते दिख रही हैं। छह फीट ऊंचे और 108 किलोग्राम वजन वाले नचियारकोइल दीप पर सोने की परत चढ़ी है। इसे आठ से ज्यादा कलाकारों ने 12 दिनों में तैयार किया है।