भारत-जापान की दोस्ती के प्रतीक ‘रूद्राक्ष’ का उद्घाटन करेंगे प्रधानमंत्री मोदी
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं सम्मेलन केंद्र ‘रुद्राक्ष’ का उद्घाटन करेंगे, जो प्राचीन शहर काशी की सांस्कृतिक समृद्धि की झलक प्रस्तुत करेगा. अधिकारियों ने बताया कि जापान की वित्तीय सहायता से बन रहे इस सम्मेलन केंद्र में 108 रुद्राक्ष लगाए गए हैं और इसकी छत शिवलिंग के आकार में बनाई गई है. यह पूरी इमारत रात में एलईडी लाइट से जगमगाएगी. यह दो मंजिला केंद्र सिगरा क्षेत्र में 2.87 हेक्टेयर भूमि पर बनाया गया है और इसमें 1,200 लोगों के बैठने की क्षमता है.
इसके उद्घाटन की पूर्व संध्या पर, केंद्र को जापानी और भारतीय दोनों संस्कृतियों को ध्यान में रखते हुए सजाया गया है. सजावटी रोशनी और विभिन्न प्रकार के फूलों के अलावा सजावट के लिए बांस, कंकड़, छोटे बोन्साई पेड़, चटाई, लालटेन, चीनी मिट्टी के बर्तन, चावल के कागज, भूसे का उपयोग किया गया है. एक टन से अधिक गेंदे के फूलों का भी उपयोग किया गया है.
दिसंबर 2015 में अपनी वाराणसी यात्रा के दौरान, जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने शहर को वीआईसीसीसी परियोजना उपहार में दी थी. जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी ने परियोजना की लागत लगभग ₹ 186 करोड़ की फंडिंग की थी. इसके अलावा, एक जापानी कंपनी फुजिता कॉरपोरेशन को कन्वेंशन सेंटर बनाने का ठेका दिया गया था.
इस अवसर पर जापान के राजदूत सुजुकी सातोशी, उनकी पत्नी चिकागा सुजुकी, काउंसलर कियोस काजुहिरो, सचिव ओडा अकारी और जेआईसीए की तीन सदस्यीय टीम भी मौजूद रहेगी.
अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना का उद्देश्य वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में लोगों को सामाजिक और सांस्कृतिक संवाद के अवसर प्रदान करना है. यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों, प्रदर्शनियों, संगीत समारोहों और अन्य कार्यक्रमों के आयोजन के लिए उचित जगह है तथा इसके गलियारे को भित्ति चित्रों से सजाया गया है.
‘जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी’ से सहायता प्राप्त ‘वाराणसी इंटरनेशनल कोऑपरेशन एंड कन्वेंशन सेंटर’ (वीसीसी) के मुख्य हॉल को जरूरत पड़ने पर छोटे स्थानों में विभाजित किया जा सकता है.
अधिकारियों ने बताया कि मोदी वाराणसी के दौरे में 1,500 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे या उनकी आधारशिला रखेंगे.