दिल्ली

भारत की मिसाइल(missile) कर सकती हैं दुश्‍मन को तबाह

भारत की मिसाइल (missile) क्षमता को लेकर देश और दुनिया में चर्चा हो रही है. ये कम दूरी से लेकर दुनिया में कहीं भी तबाही मचाने की क्षमता रखती हैं. भारत ने हर तरह की मिसाइलों का सफल परीक्षण किया है. इसमें जमीन से हवा, हवा से पानी और पानी के अंदर से निकल कर जमीन या हवा में मारने की क्षमता शामिल है. इनकी गति और हथियार ढोने में भी सक्षम हैं.

भारतीय सेना की खतरनाक बैलिस्टिक मिसाइल ‘अग्नि’ के छह वैरिएंट्स मौजूद हैं. इसमें सभी वैरिएंट्स परमाणु हथियार भी ले जा सकते हैं. अग्नि-1 मीडियम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल है जो 900 से 1200 किमी रेंज की क्षमता रखती है.
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अग्नि-पी, अग्नि श्रेणी की मिसाइलों का एडवांस वर्जन है. इसकी मारक क्षमता 1000 से 2000 किलोमीटर के बीच है.
दुनिया की सबसे तेज उड़ने वाली सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस के सात वैरिएंट मौजूद हैं. ये सभी तरह के हथियार ले जाने में सक्षम हैं. इस मिसाइल की क्षमता को 800 किमी तक करने में कामयाबी मिली है. लड़ाकू विमानों के जरिए इसे बेहद ऊंचाई से भी दूर तक छोड़ा जा सकता है.
25 फरवरी साल 1988 को भारत ने पहली बार पृथ्वी मिसाइल का सफल परीक्षण किया था. भारत के मिसाइल मैन कहे जाने वाले पूर्व राष्ट्रपति डॉ एजीपी अब्दुल कलाम की प्रमुख भूमिका थी. पृथ्वी-3 सतह से सतह पर मार करने वाली शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है. इसकी रेंज 350 से 750 किलोमीटर है.

धनुष मिसाइल को भारतीय नौसेना ने विकसित कराया है. यह सतह से सतह या शिप से शिप पर मार करने में सक्षम है. यह पृथ्वी-3 का नौसैनिक वर्जन है. यह पारंपरिक और परमाणु हथियार भी ले जा सकते हैं.

निर्भय मिसाइल सबसोनिक क्रूज मिसाइल है जो पारंपरिक और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है. इसकी रेंज 1500 किमी तक है, यह सतह से सतह पर मार करती है.
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