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भारत का स्कॉटलैंड कहलाता है कूर्ग

 

प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण कूर्ग को भारत का स्कॉटलैंड और कर्नाटक का कश्मीर कहा जाता है। ब्रह्मगिरि पहाड़ियों पर स्थित कूर्ग अनेक खूबियों के कारण पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। अगर आप रोजाना की दिनचर्या से हट कर कुछ नया देखना व महसूस करना चाहते हैं तो हरे-भरे वनों, खूबसूरत वादियों और पहाड़ियों के बीच घूमने से बेहतर और कोई विकल्प नहीं हो सकता। शांत वातावरण, स्वच्छ हवा से लहराते कॉफी और चाय के बागान और पहाड़ों से घिरा कूर्ग कर्नाटक का ऐसा ही हिल स्टेशन है। यहां की प्राकृतिक छटा देख कर लौटने का मन ही नहीं करता। हर मौसम में पर्यटक यहां आते हैं, लेकिन जुलाई से नवंबर वाला मौसम पर्यटकों को अधिक आकर्षित करता है। यहां ट्रैकिंग, गोल्फ और रिवर राफ्टिंग का लुत्फ हर कोई उठाना चाहता है।

राजा की सीट
इस पार्क को सूर्योदय और सूर्यास्त के समय देखने के लिए पर्यटकों का तांता लगा रहता है। पहाड़ियों की घाटियों के बीच से उठते कोहरे की लहरों की छटा देखने में निराली लगती है। यही वह स्थान है, जहां से कोडागु के राजा सूर्यास्त को निहारते थे। राजा कोडगु के नाम पर ही इस पार्क का नाम रखा गया है।

ताल-कावेरी
यह स्थान ब्रह्मगिरि पहाड़ियों में स्थित है। दक्षिण भारत की सबसे बड़ी कावेरी नदी का स्रोत है यह। यहां से कावेरी नदी पहाड़ों के बीच से झरने की तरह बहती है, जिसे देख कर मन प्रफुल्लित हो उठता है। यहां वॉटर राफ्टिंग का भी आनंद लिया जा सकता है। ताल-कावेरी तट पर हर साल अक्तूबर में भव्य मेला लगता है, जहां भारी संख्या में भक्त डुबकी लगाते हैं।

कॉफी बागान
कूर्ग को कॉफी बागानों की सुंदरता से भी पहचाना जाता है। प्रकृति की इस सुंदरता का लुत्फ उठाने के लिए दूर-दूर से सैलानियों का हुजूम उमड़ता है। कॉफी बागानों में टहलते हुए प्रकृति के नजदीक होने का अहसास होता है।

मदिकेरी किला
इस किले का निर्माण 17वीं शताब्दी के अंत में मद्दुराजा ने करवाया था। तब यह किला मिट्टी का बना था। इसके बाद टीपू सुल्तान के कार्यकाल में पत्थरों से इसका निर्माण हुआ। किलेे के अंदर लिंगायत शासकों का महल है।

एब्बे फॉल्स
एब्बे जलप्रपात मदिकेरी शहर से 6 किमी की दूरी पर स्थित है, जहां कूर्ग आने वालेे सैलानी सबसे ज्यादा सैर के लिए जाते हैं। चांदी के समान सफेद बहता हुआ जलप्रपात मन को शांति देता है।

कैसे पहुंचें
कूर्ग का नजदीकी हवाई अड्डा मैंगलोर है, जहां की दूरी लगभग 135 किमी है। आप चाहें तो बेंगलुरू की फ्लाइट भी ले सकते हैं। यहां से कूर्ग 260 किमी दूर है। ट्रेन से मैसूर रेलवे स्टेशन सबसे नजदीक पड़ेगा। रोड से जाना चाहते हैं तो मैसूर सबसे पास है, जहां से बस व टैक्सी सेवा ली जा सकती है। यहां से कूर्ग 120 किमी है।

कहां ठहरें
मदिकेरी में फाइव स्टार रिजॉर्ट से लेकर सस्ते होटल तक आसानी से मिल जाते हैं। आप अपने बजट के हिसाब से होटलों का चुनाव कर सकते हैं।

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