भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी को लेकर इन दिनों काफी चर्चा में;
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी को लेकर इन दिनों काफी चर्चा चल रही है। विराट कोहली ने टी20 की कप्तानी छोड़ी इसके बाद उनको वनडे की कप्तानी से चयमकर्ताओं ने हटाया। साउथ अफ्रीका सीरीज के बाद उन्होंने टेस्ट की कप्तानी से भी इस्तीफा दे दिया। अब अगले टेस्ट कप्तान को लेकर अटकलें लगाई जा रही है। पूर्व भारतीय दिग्गज हरभजन सिंह ने कहा कि टीम इंडिया का कप्तान हर किसी को बनने का मौका नहीं मिला। वह भी कप्तानी करने के काबिल थे लेकिन उनके बारे में कभी बात नहीं की गई।
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भज्जी ने कहा, “यह भी एक उपलब्धि ही है कि कोई भी मेरी कप्तानी के बारे में बात नहीं करता। मैं नहीं जानता कि किसी ने कभी भी बीसीसीआइ में से मेरे लिए किसी ने भी इस बारे में बात आगे चलाई हो, नहीं क्योंकि ये जरूरी था। अगर जो आप उनकी फेवरेट की लिस्ट में नहीं है वो जिनके पास ताकत है, तो फिर आपको यह सम्मान नहीं मिलने वाला है। लेकिन इस मुद्दे को छोड़िए। मुझे अच्छे से पता है कि मैं कप्तानी के लिए कितना काबिल था क्योंकि हम लगातार कप्तानों को निर्देश दिया करते थे उनको अपनी सलाह देते थे।”
हरभजन ने इस बात पर जोर दिया कि वह कप्तानी करने की काबिलियत रखते थे। वह बतौर कप्तान टीम इंडिया को अपना योगदान दे सकते थे लेकिन मौका नहीं दिया गया। गौरतरब है कि इंडियन प्रीमियर लीग में हरभजन ने मुंबई इंडियंस टीम की कप्तानी करते हुए चैंपियंस लीग का खिताब जीता था।
नेटवर्क 18 से बात करते हुए हरभजन ने कहा, “इसमें कोई बड़ी बात नहीं है कि मैं भारतीय टीम का कप्तान बना या नहीं बना। इसको लेकर मेरे अंदर कोई पछतावा भी नहीं है मुझे अपने देश की टीम का कप्तान बनने का मौका दिया गया या नहीं। मैं एक खिलाड़ी के तौर पर देश के लिए खेल कर और योगदान देते हुए ही काफी खुश रहा।”