भाई-बहन’ की जोड़ी कांग्रेस को रसातल ले जाएगी :सीएम योगी
गोरखपुर. लखीमपुर की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष की मंशा पर करारा प्रहार किया. सीएम योगी ने कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ और पंजाब के मुख्यमंत्रियों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग अपना राज्य नहीं संभाल पा रहे हैं, वह अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए यहां अपने आका की चाकरी करने चले आए. छत्तीसगढ़ के सीएम को वहां के किसानों से सहानुभूति जताने की फुर्सत नहीं है. पंजाब के मुख्यमंत्री पार्टी की आंतरिक स्थिति से इतने त्रस्त हैं कि उन्हें ठिकाना नहीं मिल रहा. वास्तव में कांग्रेस को रसातल में ले जाने के लिए ‘भाई-बहन’ (राहुल गांधी-प्रियंका गांधी वाड्रा) की जोड़ी ही पर्याप्त है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखीमपुर की घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. कानून सबको सुरक्षा की गारंटी देता है, लेकिन कानून हाथ में लेने की छूट नहीं है. सरकार लखीमपुर की घटना के तह तक जा रही है. गिरफ्तारी के लिए सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग को फॉलो किया जा रहा है. दोषी कोई भी क्यों न हो, उसे छोड़ेंगे नहीं. साक्ष्य के आधार पर दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी. सरकार कुछ भी छुपाना नहीं चाहती. जो तहरीर आई, उसी के अनुसार मुकदमा दर्ज किया गया है. गिरफ्तारी भी शुरू हो गई है. जिसके भी खिलाफ पुख्ता साक्ष्य मिलेगा, उसकी गिरफ्तारी होगी. दूध का दूध और पानी का पानी होगा, लेकिन किसी के दबाव में नहीं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस एसआईटी गठित की गई है, न्यायिक आयोग भी जांच करेगा. साक्ष्य के लिए नम्बर भी जारी किया गया है. विपक्ष के लोगों को लखीमपुर जाने से रोकने के सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि हमारे लिए शांति व्यवस्था महत्वपूर्ण है. विपक्ष के मित्रगण सदभावना के दूत नहीं थे. संभव है कि कई चेहरे वहां की हिंसा में भी शामिल रहे होंगे.
लखीमपुर जाने से रोके जाने के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा झाड़ू लगाने की बात पर सीएम ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें उसी लायक बना दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च 2020 से देश-प्रदेश कोरोना से त्रस्त रहा. करीब 25 करोड़ की जनता की सेवा के लिए तब तो राहुल, प्रियंका, अखिलेश कोई भी आगे नहीं आया. कोरोनाकाल में सबसे क्रिटिकल पॉइंट था अन्य राज्यों से यूपी के लोगों का वापस आना.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा लखीमपुर की घटना का राजनीतिकरण वही लोग कर रहे हैं जो काबुल में तालिबान का समर्थन करते हैं. तालिबान को लोकतंत्र का समर्थक बताने वाले ही लखीमपुर की घटना के बहाने हिंदुओ व सिखों को लड़ाने की साजिश रच अपना दोहरा चरित्र दिखा रहे हैं. यूपी की जनता सब कुछ जानती है.
ब्राह्मण विरोधी का आरोप लगाने वालों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तगड़ा पलटवार किया है. प्रकरणों पर विपक्ष के नेताओं के दोहरे मापदंड को उजागर करते हुए कहा कि ऐसे लोग ब्राह्मणों और हिंदुओं की नहीं सिर्फ तालिबान के हितैषी हैं. सीएम योगी ने कहा कि लखीमपुर की दुखद घटना में जान गंवाने वाले दो युवक ब्राह्मण थे, लेकिन विपक्ष के लोग वहां क्यों नहीं गए? राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव और सतीश चंद्र मिश्रा क्या इसका क्या जवाब है? कन्नौज में नीरज मिश्रा की निर्मम हत्या कोई भूल सकता है? क्या वह ब्राह्मण नहीं थे? तब ये लोग कहां थे? सीएम ने कहा कि बीजेपी का एक ही मंत्र है, सबका साथ-सबका विकास.