ब्रिटेन से आए पांच कोरोना संक्रमित दिल्ली एयरपोर्ट से फरार, अब कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग बनी मुसीबत
नई दिल्ली ब्रिटेन से दिल्ली आए यात्रियों में से पांच संक्रमित अपना सैंपल देने के बाद चकमा देकर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से भाग गए। इनमें से चार लोगों को वापस लाकर दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि अब इन लोगों के संपर्क में आने वालों की पहचान करना सरकार के लिए मुसीबत बन गया है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि भागने वाले पांचों संक्रमितों में से एक नोएडा, दो दिल्ली, एक लुधियाना और एक महिला आंध्र प्रदेश में तलाश ली गई। उन्होंने बताया कि इनके सैंपल पॉजिटिव निकलने पर इनकी तलाश शुरू की गई थी। अब इनके संपर्क में आने वालों की कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश की टीमें जुट गई हैं। हालांकि अधिकारी ने माना कि इन सभी को 48 घंटे के भीतर ही तलाश कर लिया गया, लेकिन अब इनके संपर्क में आने वालों की पहचान कर पाना काफी कठिन हो गया है।
दिल्ली एयरपोर्ट से यात्रियों के भागने की जिम्मेदारी केंद्र और दिल्ली सरकार ने एक-दूसरे पर टाल दी है। एकतरफ, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि जरा सी चूक सभी कोशिशों को बर्बाद कर सकती है। राज्यों को सख्ती के साथ स्थिति से निपटना चाहिए। वहीं, दिल्ली सरकार का कहना है कि फ्लाइट्स से जुड़े ऑपरेशन और हवाई अड्डों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी वहां के प्रशासन की है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि उन्हें बृहस्पतिवार को ही इस घटना की जानकारी मिली है।
ब्रिटेन में कोविड-19 के फिर से जोर पकड़ने के बाद एक तरफ जहां भारत के राज्यों में नए नियम जारी किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ब्रिटेन से दिल्ली पहुंची कोरोना संक्रमित एक महिला अधिकारियों को चकमा देकर ट्रेन से आंध्र प्रदेश पहुंच गई। हालांकि, वहां राजामहेंद्रवरम में उसे पकड़कर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया।
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को कहा कि महिला को लेने दिल्ली आए उसके बेटे को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि उसकी कोविड-19 जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि उनके ‘स्वाब’ के नमूने एकत्र कर जांच के लिए पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान में भेजे गए हैं, जांच में यह पता लगाया जाएगा कि महिला और उसका बेटा ब्रिटेन में सामने आए कोरोना वायरस की नई किस्म से तो संक्रमित नहीं हैं।
ऐसी खबरें सामने आई हैं कि ब्रिटेन से दिल्ली लौटा एक और यात्री पंजाब रवाना हो गया। इसपर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा कि शहर की सरकार हवाई अड्डे के अधिकारियों से संपर्क कर इन दोनों यात्रियों की जानकारी मांगेगी।
जैन ने कहा कि उड़ानों का संचालन और सुरक्षा हवाई अड्डे के अधिकारियों के हाथों में है लेकिन कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति को बचकर निकलने नहीं दिया जाना चाहिए था।
केंद्र सरकार ने घातक वायरस के नए स्वरूप के बारे में पता चलने के बाद भारत और ब्रिटेन के बीच 23 से 31 दिसंबर तक सभी उड़ानों पर पाबंदी लगा रखी है। साथ ही उसने हाल ही में ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों की गहनता से जांच करने का भी निर्देश दिया है।
अधिकारियों ने कहा कि गोवा और महाराष्ट्र में ब्रिटेन से लौटे कम से कम 12 यात्री कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। इस बीच मेघालय में ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। राज्य सरकार ने हाल ही में ब्रिटेन से लौटे या वहां से गुजरकर आने वाले लोगों से पृथकवास में रहने और अपनी यात्रा की जानकारी देने का आग्रह किया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मेघालय में ब्रिटेन से लौटे कम से कम पांच लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और फिलहाल स्वास्थ्य कर्मी उनकी देखभाल कर रहे हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि 22 दिसंबर की उड़ान से ब्रिटेन से अमृतसर आए लगभग 216 यात्रियों को पृथकवास में भेज दिया गया है क्योंकि हो सकता है कि वे उन सह यात्रियों या विमान चालक दल के सदस्यों के संपर्क में आ गए हों, जो विमान से उतरने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।
ऐसी खबरें हैं कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्वरूप का प्रकोप बढ़ने के चलते प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की भारत यात्रा संभव नहीं हो सकती। इस पर भारत ने कहा है कि वह उनकी यात्रा की उम्मीद करता है।
अजीबो-गरीब नाटकीय घटनाक्रम के बीच दिल्ली स्थित पृथक-वास केंद्र से कथित रूप से भाग कर अपने गृह नगर आंध्र प्रदेश के राजामहेंद्रवरम पहुंची महिला को रेलवे पुलिस एवं स्वास्थ्य अधिकारियों ने पकड़ लिया और बुधवार की देर रात उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
उप मुख्यमंत्री ए के के श्रीनिवास ने संवाददाताओं से कहा कि 47 वर्षीय महिला के कोरोना वायरस के नए स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई और वे एनआईवी की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
पेशे से शिक्षक महिला 21 दिसंबर को नयी दिल्ली पहुंची थी। अधिकारियों ने कहा कि कोरोना वायरस के नए स्वरूप के बारे में पता चलने के बाद ब्रिटेन से किसी यात्री के आंध्र प्रदेश आने का यह पहला मामला है। इस बीच,कर्नाटक सरकार ने बृहस्पतिवार रात 11 बजे से रात्रि कर्फ्यू लागू करने का अपना आदेश वापस ले लिया है।
मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने एक बयान में कहा, रात्रिकालीन कर्फ्यू को लेकर लोगों की राय के मद्देनजर फैसले की समीक्षा की गयी। मंत्रिमंडल के सहयोगियों और वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करने के बाद रात्रिकालीन कर्फ्यू के आदेश को वापस लेने का फैसला किया गया।
मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लोगों से मास्क पहनने, हाथ धोने और उचित दूरी बनाए रखने जैसे नियमों का पालन करने के साथ अत्यंत सतर्कता बरतने की अपील की है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में रात का कर्फ्यू लगाया गया है ताकि लोगों को यह पता चले कि कोविड-19 का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। नौ दिसंबर को ब्रिटेन से आने पर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए यात्रियों में गोवा के 11 यात्री शामिल हैं।