बिहार के मुख्य सचिव को मिला सेवा विस्तार
पटना. बिहार के मौजूदा मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण को अगले 3 महीने के लिए सेवा में अवधि विस्तार मिल गया है. इसके साथ ही पिछले कुछ दिनों से मुख्य सचिव के बदलने की जो चर्चा चल रही थी उस पर फिलहाल विराम लग गया है. बिहार की मौजूदा सरकार ने त्रिपुरारी शरण की सेवा अवधि में विस्तार के लिए केंद्र सरकार को पत्र भेजा था और इस पर केंद्र सरकार की हरी झंडी मिल गई है. अब दिसंबर 2021 तक त्रिपुरारी शरण बिहार के मुख्य सचिव बने रहेंगे.
1985 बैच के अधिकारी त्रिपुरारी शरण इस साल 1 मई को बिहार के मुख्य सचिव बनाए गए थे. उनके रिटायरमेंट की अवधि 30 जून को पूरी हो रही थी लेकिन राज्य सरकार द्वारा उनके एक्सटेंशन के लिये केंद्र सरकार के पास स्वीकृत पत्र भेजा गया था. केंद्र सरकार ने उन्हें 3 महीने की अवधि का विस्तार भी दिया था, इस लिहाज से त्रिपुरारी शरण 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो जाते लेकिन राज्य सरकार ने एक बार फिर से केंद्र को उनके दूसरे एक्सटेंशन के लिए पत्र भेजा था जिसके आधार पर अब अगले 3 महीने तक के लिए उन्हें एक्सटेंशन मिल गया है.
इस तरह बिहार को नया मुख्य सचिव अब अगले साल जनवरी महीने में मिल सकेगा. पूर्व मुख्य सचिव के अधिकारियों को दो बार एक्सटेंशन दिए जाने का उदाहरण बिहार में देखने को मिलता रहा है. मौजूदा मुख्य सचिव की सेवानिवृति के बाद जनवरी 2022 में बिहार के नए मुख्य सचिव का नाम सामने आएगा. अगले मुख्य सचिव के तौर पर कई नामों की चर्चा चल रही है. वैसे बिहार में विकास आयुक्त को ही मुख्य सचिव बनाए जाने की परंपरा रही है. यह परंपरा अगर आगे बढ़ती है तो आमिर सुहानी को मुख्य सचिव का पद मिलना तय है.
वरीयता के लिहाज से एक अधिकारी आमिर सुबहानी से ऊपर हैं जिनका नाम संजीव कुमार सिन्हा है. संजीव कुमार सिन्हा फिलहाल राजस्व परिषद के अध्यक्ष और सदस्य के पद पर पदस्थापित हैं. संजीव कुमार सिन्हा 1985 बैच के अधिकारी हैं जबकि आमिर सुबहानी उनसे 2 साल बाद 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. संजीव सिन्हा अगले साल मई में रिटायर हो जाएंगे जबकि आमिर सुहानी 2024 में सेवानिवृत्त होंगे.