बिना कंडक्टर की चलेगी दिल्ली मेट्रो की ये बसें

नई दिल्ली. दिल्ली सरकार ने जहां आने वाले समय में 300 से ज्यादा इलेक्ट्रिक बसों को सड़कों पर उतारने का फैसला किया है. वहीं दिल्ली मेट्रोने भी पर्यावरण को अनुकूल बनाने और यात्रियों को सुगम यात्रा उपलब्ध कराने के लिये फीडर बसें चलाने की तैयारी की है.
मेट्रो ने भी 24 सीटर 25 बसें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस फीडर बसें चलाने का फैसला किया है. यह सभी बसें यात्रियों को 12 अगस्त से अपनी सेवाएं देने लगेंगी. इस बसों की खासियत यह होगी इनमें कंडक्टर की सुविधा नहीं होगी और यात्री स्मार्ट कार्ड से ही भुगतान कर सकेंगे.
इस बीच देखा जाए तो इससे पहले लास्ट कनेक्टिविटी माइलेज और पर्यावरण को अनुकूल बनाने के मकसद से डीएमआरसी यात्रियों को लिये ई रिक्शा का संचालन जामिया नगर इलाके में कर चुका है. वहीं अब मेट्रो इलेक्ट्रिक बसों का संचालन कर पर्यावरण के स्वच्छ बनाये रखने में भी अच्छा काम कर रही है.
दिल्ली मेट्रो रेल प्रवक्ता के मुताबिक इन फीडर बसों में किराये का भुगतान नकदी नहीं, बल्कि मेट्रो या डीटीसी के स्मार्ट कार्ड से होगा. पूरी तरह कांटेक्टलेस इन फीडर बसो में टिकट देने के लिए कंडक्टर भी नहीं होंगे. प्रायोगिक तौर परडीएमआरसी कल बृहस्पतिवार से दो रूट पर इनका संचालन शुरू करेगी. फर्स्ट फेज में 24 सीटों वाली 25 बसें चलाई जा रही हैं जिनको अक्टूबर माह में 100 तक चलाने की योजना भी है.
दिल्ली में पहली बार चलाई जा रही इन लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसों में सफर करने वाले यात्री केवल मेट्रो स्टेशन पर ही उतर सकेंगे. रास्ते में आने वाले तय किए गए स्टॉप पर ही ये बसें रुकेंगी. अन्य स्टॉपेज से यात्री नहीं चढ़ सकेंगे. रास्ते में बसें जहां रुकेंगी, वहां से केवल चढ़ने की अनुमति होगी.
प्रवक्ता के मुताबिक 10 रूट के टिकट पर 14 मेट्रो स्टेशनों को कवर किया जा सकेगा. वहीं बस से उतरने के लिए यात्री को घूमने वाले दरवाजे पर अपने स्मार्ट कार्ड का ही इस्तेमाल करना होगा. मेट्रो के स्मार्ट कार्ड दिल्ली परिवहन निगम की बसों में पहले ही इस्तेमाल किए जा रहे हैं. यात्री इनमें आगे वाले दरवाजे से चढ़ेंगे और पीछे वाले से उतरेंगे.
जानकारी के मुताबिक विशेष रूप से डिजाइन की गई इन बसों में इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है. इनमें सीसीटीवी और जीपीएस जैसी सुविधाएं भी होंगी. ये एंटी स्किड और एंटी ब्रेक लॉकिंग सिस्टम से भी लैस होंगी. जब तक सभी दरवाजे बंद न हों, ये नहीं चलेंगी. किसी भी तरह का अवरोध आने पर दरवाजे बंद नहीं होंगे
किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए इनमें पैनिक बटन और स्टॉप रिक्वेस्ट बटन का भी इंतजाम है. इन्हें शास्त्री पार्क और मजलिस पार्क डिपो में खड़ा किया जाएगा. इन बसों की मॉनिटरिंग के लिए एक ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर भी बनाया गया है. यहीं मरम्मत भी हो सकेगी. यहां बसों को चार्ज करने के लिए 2.5 मेगावाट का इलेक्ट्रिक कनेक्शन भी होगा. नियमित सफाई के लिए दोनों डिपो में स्वचालित वाश प्लांट होगा.
एमसी-721 : शास्त्री पार्क से गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन वाया खजूरी चौक (10.3 किलोमीटर)
शास्त्री पार्क, न्यू उस्मानपुर, नयागांव गांव, जगजीत नगर, करतार नगर, गामरी गांव, अरविंद नगर, घोंडा, भजनपुरा, चांद बाग, यमुना नगर, न्यू मुस्तफाबाद, गोकुलपुरी
एमएल-05 : शास्त्री पार्क मेट्रो स्टेशन से मदर डेयरी (7.7 किलोमीटर)
शास्त्री पार्क स्टेशन गेट नंबर-1, मेट्रो फीडर बस डिपो, कैलाश नगर, गांधी नगर, श्मशान घाट, गीता कॉलोनी, बैंक एन्क्लेव, रमेश पार्क, ललिता पार्क, लक्ष्मी नगर एमएस, शकरपुर स्कूल ब्लॉक, गणेश नगर, मदर डेयरी