बारिश और भूस्खलन के कारण जहां 36 सड़कें पूरी तरह ठप

पौड़ी गढ़वाल. लगातार बारिश के चलते उत्तराखंड ‘बंद सड़कों का प्रदेश’ बनकर सामने आया है. पौड़ी जनपद में बारिश और भूस्खलन के कारण जहां 36 सड़कें पूरी तरह ठप हैं, वहीं 16 दिनों बाद भी मैठाणाघाट-नौलापुर जिला सड़क को ट्रैफिक के लिए खोला नहीं जा सका है. एक जनपद में दर्जनों सड़कों के बंद होने से सबसे ज़्यादा मुसीबत ग्रामीणों की हो गई है क्योंकि गांव किसी एकाध ही मुख्य सड़क से जुड़े होते हैं और उनके रोज़मर्रा के जीवन की चीज़ों की सप्लाई ठप हो जाती है. यही हाल पैठाणी-बड़ेथ सड़क का भी है, जो ढाई सप्ताह बाद किसी तरह खोली गई लेकिन बार-बार बंद होने से खासकर ग्रामीणों को ही भारी समस्याएं हो रही हैं.
सिर्फ पौड़ी में बंद 36 सड़कों का आंकड़ा यह है कि 33 तो सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें हैं, जिनमें से 21 बंद सड़कें प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की हैं. इससे साफ तौर पर समझा जा सकता है कि ग्रामीण आबादी किस तरह की मुश्किलों से जूझ रही है. पौड़ी के ज़िला मजिस्ट्रेट विजयकुमार जोगदंडे ने रास्ते बंद होने की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रशासन इन सड़कों को फिर से खोलने के काम में जुटा हुआ है, जिसमें कई विभागों की मदद ली जा रही है.
कल यानी मंगलवार को ही खबर आई थी कि गंगोत्री हाईवे पर सुखी टॉप इलाके में भूस्खलन के चलते रास्ता बंद हो गया. यहां बोल्डर इतने ज़्यादा गिरे थे कि बॉर्डर रोड्स संगठन यानी बीआरओ रेस्क्यू कर मलबा हटाने की कवायद कर रहा था. लोग और वाहन फंस गए थे. इसके अलावा यह भी बताया जा चुका है कि राज्य के इस प्रमुख हाईवे पर बड़ेथ के पास एक टनल निर्माण के चलते रास्ता 22 सितंबर तक बंद रहेगा. इसका रूट डायवर्ट कर दि