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बाबरी के पक्षकार इकबाल अंसारी की मांग, पीएम मोदी अयोध्या आकर करें राम मंदिर का शिलान्यास

राममंदिर पर सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बाद अब सभी को राममंदिर ट्रस्ट का इंतजार है। संतों ने मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामनवमी पर राममंदिर आंदोलन के महानायक परमहंस रामचंद्र दास द्वारा पूजित शिला से राममंदिर का शिलान्यास करें। इसके लिए प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा जा रहा है।यह वह शिला है, जिसे रामजन्मभूमि न्यास के प्रथम अध्यक्ष साकेतवासी महंत रामचंद्र दास परमहंस ने मंदिर निर्माण के लिए वर्ष 2002 में केंद्र सरकार के प्रतिनिधि आईएएस शत्रुघ्न सिंह को सौंपी थी।

दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेश दास ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी अपने हाथ से पहली पूजित शिला से मंदिर निर्माण की नींव रखें। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री को पत्र भेजा है। पत्र के माध्यम से मांग है की नींव में पहली शिला वही रखी जाए, जिसे दिवंगत पूर्व न्यास अध्यक्ष महंत रामचंद्र दास परमहंस ने वर्ष 2002 में केंद्र सरकार को पूजित शिला सौंपी थी।

शिलादान की घोषणा 13 मार्च 2002 को तत्कालीन राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत रामचंद्र दास परमहंस ने की थी जिसकी वजह से प्रदेश व केंद्र की सरकार हिल गई थी।

राममंदिर ट्रस्ट व मॉडल पर संत लेंगे निर्णय : नृत्यगोपाल

श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि 20 जनवरी को प्रयागराज में होने जा रही केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में राममंदिर निर्माण व ट्रस्ट पर मंथन किया जाएगा। प्रयागराज में संतों की बैठक में राममंदिर मॉडल सहित अन्य पहलुओं पर व्यापक चर्चा होने के बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। राममंदिर निर्माण में अब देरी नहीं होनी चाहिए।

सब चाहते हैं मोदी रखें राममंदिर की नींव : इकबाल

बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी मांग की है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आये और राम मंदिर निर्माण की शुरुआत करें। इकबाल का कहना है कि उनके वालिद मरहूम हाशिम अंसारी और न्यास के प्रथम अध्यक्ष महंत रामचंद्र दास दोनों मित्र थे और साथ में मंदिर मस्जिद का मुकदमा लड़ते थे। उन दोनों की मित्रता अयोध्या में गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल थी।

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