अंतराष्ट्रीय

बात करने का जुर्म में कैद की सजा काट रही उइगर (Uighur) महिला

शिनजियांग:2012 में चीन के शिनजियांग क्षेत्र की यात्रा के दौरान तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन से बात करने के लिए एक उइगर(Uighur) महिला को 20 साल की कैद की सजा सुनाई गई है। अप्रैल 2012 में शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र की राजधानी उरुमकी की यात्रा के दौरान तुर्की के तत्कालीन पीएम एर्दोगन के साथ एक घंटे तक बात करने वाली महिला को 2017 में उसके अपराध के लिए गिरफ्तार किया गया था और वह 20 साल की जेल की सजा काट रही है। य

बता दें कि तुर्की उइगर लोगों के साथ भाषाई और सांस्कृतिक संबंध साझा करता है। सालों से चीन द्वारा शिनजियांग के उइगर मुस्लिमों पर किए जा रहे कार्रवाइयों के कारण 50 हजार से अधिक अल्पसंख्यक लोग मिडिल ईस्ट के देशों में पलायन कर चुके हैं।

तुर्की के नागरिक से शादी करने वाली उइगर महिला मेरीम एमेट को चीनी सुरक्षा बलों ने एर्दोगन के साथ घंटे भर की बातचीत के लिए निशाना बनाया और बाद में कैद कर लिया। मीडिया आउटलेट ने उनके पति अब्दुल्लातिफ कुकर के हवाले से बताया है जो अपने दो बच्चों के साथ तुर्की के इस्तांबुल में रहते हैं।

अब्दुल्लातिफ ने बताया है कि एर्दोगन जब उरुमकी गए तो मेरी पत्नी उनसे मिलीं। बाद में चीनी अधिकारी पूछताछ के लिए मेरीम को कई बार ले गए। जिन लोगों ने कोई अपराध नहीं किया है, उन्हें कैद करने के लिए चीन के पास हर तरह के बहाने हैं। 2017 में मेरीम की गिरफ्तारी शिनजियांग में मुस्लिम उइगर और अन्य अल्पसंख्यकों पर चीनी सरकार के अधिकारियों द्वारा व्यापक कार्रवाई का हिस्सा थी और संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों का ध्यान आकर्षित किया था।

मेरीम को दक्षिणी शिनजियांग के अक्सू के कुचर काउंटी में एक नजरबंदी शिविर में ले जाया गया था। हालांकि अधिकारियों ने उसकी गिरफ्तारी से पहले उसके पति को देश छोड़ने के लिए मजबूर किया और वह अपने दो बच्चों को उरुमकी के राज्य बोर्डिंग स्कूलों में छोड़कर तुर्की जाना पड़ा। जहां वह करीब 20 महीने तक रहे। उनके एक रिश्तेदार ने कहा कि जब चीनी सरकार ने बच्चों को तुर्की ले जाने के लिए दिसंबर 2019 में अब्दुल्लातिफ को उरुमकी की यात्रा करने की इजाजत दी उन्होंने बच्चों को कुपोषित और पीड़ित पाया।

इस दौरान वह अपनी पत्नी से भी मिले लेकिन मेरीम ने अब्दुल्लातिफ से कोई बात नहीं की। मुलाकात के दौरान वह बस ‘प्रतिमा’ की तरह कड़ी रही। चीन सरकार ने मेरीम को विदेशी से शादी करने और विदेशी प्रतिनिधि से मिलने और बातचीत करने के जुर्म में 20 साल कैद की सजा सुनाई थी।
तुर्की में अधिकार कार्यकर्ताओं के हवाले से बताया है कि कई उइगर जो कि अब तुर्की के नागरिक हैं अपने परिवार के लोगों को शिनजियांग से बाहर निकालने में असमर्थ रहे हैं। मानवाधिकार विशेषज्ञों के अनुसार पारिवारिक अलगाव उइगर संस्कृति और भाषा को मिटाने के लिए चीनी सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। अमेरिका और कुछ पश्चिमी देशों ने उइगरों के शोषण को नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराध घोषित किया है हालांकि चीन ने इन दावों को बार-बार खारिज किया है।

 

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