लखनऊ

बाजार में सैंटा टोपी, मास्क, कैप आदि उपलब्ध पर खरीददार कम

लखनऊ । ईसाई समुदाय की मान्यताओं के मुताबिक प्रभु यीशु यानी जीसस क्राइस्ट का जन्म बैथलहम में मैरी और जोसेफ के घर हुआ था। सेक्सटस जूलियस अफ्रीकन्स ने 221 ई. में पहली बार 25 दिसंबर को जीसस के बर्थडे के रूप में पहचाना था। क्रिसमस पर एक दूसरे को उपहार देने का चलन और सैंटा क्लॉस द्वारा भी बच्चों को बांटने का प्रचलन है। देश-विदेश में हर वर्ष 25 दिसम्बर को धूमधाम से मनायें जाने वाले ईसाई समुदाय के प्रमुख क्रिसमस पर्व की पूर्व संध्या पर राजधानी लखनऊ में इसकी तैयारियों का जायजा लेने के लिए हजरतगंज पहुंचकर तरूणमित्र संवाददाता ने क्रिसमस पर्व पर  दुकानदारों से बात की और जाना क्या कुछ नया है इस बार। राजधानी के शाहनजफ रोड पर क्रिसमस पर पर्व पर समान बेच रहे कपिल ने बताया कि इस बार बहुत सन्नाटा है बिल्कुल भी बिक्री नहीं हो रही है।
क्रिसमस टोपी और फेस मास्क ही केवल मिल पाये हैं वही बेच रहे हैं।

30 रुपए की सैंटा टोपी और 10 रुपए का सैंटा फेस मास्क मेरे पास है जोकि लोग सिर्फ देखकर चले जा रहे हैं। वही इसी के पास गिरजा शंकर सिंह सड़क पर ही दुकान लगाकर खिलौने और क्रिसमस ड्रेस बेचते दिखें। बताया कि कानपुर से लखनऊ आए है दो साल से कोरोना की वजह नहीं आए थे इस बार भी ज्यादा बिक्री नहीं हो रही। लखनऊ में दो दिन प्रोग्राम होते हैं कानपुर में सिर्फ एक ही दिन होता है क्रिसमस वो भी बहुत हल्का, इसलिए लखनऊ आते है। सैंटा कैप, क्रिसमस ट्री, स्टार,सैंटा ड्रेस, रंगीन गुब्बारे, परी ताज, सैंटा फेस मास्क, सेंटा दाढ़ी और कार में टांगने वाला सैंटा गुड्डा भी बेच रहे हैं। गिरजा ने कहा कि पुलिस कहती है दुकानदारों को भगा दो मेला खुद ब खुद कम हो जाएगा। शाहनजफ रोड पर ही साइकिल पर क्रिसमस ड्रेस और बैलून बेच रहे मोहम्मद आमीन बोले कि बहुत सन्नाटा है,सुबह से खड़े है अब पौने चार बजे बोहनी करने जा रहे है। कहा कि हिलियम बैलून व गैस बैलून और सैंटा ड्रेस जोकि छोटी 250 और बड़ी 450 में बेच रहे हैं। रात के कर्फ्यू का कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि 10 से 11 बजे तक सब खत्म हो जाता है। हरीश मेफेयर सिनेमा के बाहर दुकान लगायें,बताया कि बहुत फीका जा रहा इस बार का क्रिसमस काम धंधा सब खत्म होता जा रहा है। यहां पुलिस 10 बजे से पहले दुकान हटवा देती है न हटाओ तो डंडे चालती है। अब तो पुलिस को कोरोना कर्फ्यू का बहाना मिल गया है। योगी की पुलिस बहुत परेशान करती है। हजरतगंज कैथेड्रल चर्च के बाहर दुकान लगायें सुजल ने कहा कि उम्मीद है शाम तक भीड़ बढ़ेगी और ब्रिक्री होगी भी तो सन्नाटा है। रात का कर्फ्यू लगा दिय गया उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा पब्लिक यहां फिर भी आएगी। वही कैंडिल बेच रहे धीरू ने कहा कि महंगाई बहुत है इससे लोगों समान कम खरीद रहे हैं,उम्मीद लगाये खड़े है शायद शाम को भीड़ आए तब सेल अच्छी हो सकती है।

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