बाइडन ने रूसी राष्ट्रपति को कड़े से कड़े प्रतिबंध लगाने की दी धमकी

वॉशिंगटन. यूक्रेन विवाद के बीच अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने मंगलवार को वर्चुअल मीटिंग की. इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन समेत अफगानिस्तान के मुद्दों पर बातचीत की. बाइडन ने यूक्रेन विवाद को लेकर रूसी राष्ट्रपति को कड़े से कड़े प्रतिबंध लगाने की धमकी भी दी. हालांकि, इस दौरान खुद बाइडन को शर्मिंदगी से गुजरना पड़ा. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन काफी देर तक अपना माइक ही ऑन करना भूल गए थे.
पुतिन के साथ वर्चुअल मीटिंग की शुरुआत होते ही बाइडन ने मुस्कुराते हुए पुतिन को हैलो कहा. मगर पुतिन शांत बैठे रहे. कुछ देर बातचीत के बाद बाइडन को अहसास हुआ कि उन्होंने अपना माइक्रोफन ऑन ही नहीं किया है. इसके तुरंत बाद उन्होंने माइक ऑन कर लिया और बातचीत को आगे बढ़ाया. जून में हुए जिनेवा समिट के बाद बाइडन-पुतिन की ये दूसरी बार बातचीत थी. बाइडन-पुतिन के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग शाम 6 बजकर 8 मिनट पर शुरू हुई और ये 8 बजकर 10 मिनट तक चली.
दरअसल, यूक्रेन और पश्चिमी देशों के अधिकारी चिंतित हैं कि यूक्रेन के पास रूस द्वारा सैन्य जमावड़ा बढ़ाने से मॉस्को ने अपने पड़ोसी पर आक्रमण करने की योजना का संकेत दिया है. हालांकि, रूस ने कहा कि उसका ऐसा कोई इरादा नहीं है और उसने यूक्रेन और उसके पश्चिमी समर्थक देशों पर अपने कथित आक्रामक मंसूबे को छिपाते हुए बेबुनियाद दावा करने का आरोप लगाया है.
यह स्पष्ट नहीं है कि रूसी सेना के जमावड़े से हमले की शुरुआत होगी या नहीं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) के विस्तार को रोकने के लिए पश्चिमी देशों द्वारा गारंटी दिए जाने पर भी जोर दिया है.
अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने पिछले हफ्ते कहा था कि रूस अनुमानित रूप से 1,75,000 सैनिकों को तैनात करने की योजना बना रहा है और उनमें से लगभग आधे पहले से ही संभावित आक्रमण की तैयारी के लिए यूक्रेन की सीमा के पास विभिन्न जगहों पर तैनात हैं. आशंका जताई गई कि 2022 की शुरुआत में जंग शुरू हो सकती है.
यूक्रेन का यह भी कहना है कि पश्चिमी देशों की चेतावनी के बाद रूस ने 90,000 से अधिक सैनिकों को दोनों देशों की सीमा से कुछ ही दूरी पर जमावड़ा कर रखा है. यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूस की सेना की 41वीं इकाई यूक्रेनी सीमा से लगभग 260 किलोमीटर (160 मील) उत्तर में येलन्या के पास तैनात है.