बसपा कार्यकर्ता को गोरखपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार !!

बिहार के बूढ़ी गंडक नदी से बरामद जले हुए युवक की फोटो वायरल कर गोरखपुर का बताने वाले कथित बसपा कार्यकर्ता को गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया युवक बसपा सुप्रीमो मायावती के गांव बादलपुर का रहने वाला है। पुलिस ने कानूनी कार्रवाई कर रविवार को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। आरोपित का कहना था कि उसे यह फोटो इंटरनेट पर दिखी थी और गोरखपुर के ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की घटना बताई गई थी।
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एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि 24 फरवरी की सुबह एक ट्वीट सामने आया जिसमें गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा के नारायनपुर गांव निवासी एक युवक को जिंदा जलाने की बात कहते हुए फोटो पोस्ट की गई थी। विक्रम सिंह बादलपुर नामक ट्वीटर हैंडल से यह ट्वीट किया गया था और इसके साथ लिखा था आज गोरखपुर में एक बसपा कार्यकर्ता को जिंदा जला दिया गया, पुलिस जबरन मामला शांत करा रही है। सिर्फ उसका कसूर इतना था कि जब बीजेपी नेता ने पूछा वोट किसे दोगे तो दलित ने बोला हम बीएसपी को देंगे। ये मामला गोरखपुर ग्रामीण क्षेत्र नारायणपुर गांव का है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं दी गई इसकी निष्पक्ष जांच हो।
विक्रम ने मानी गलती
पूछताछ में भिक्कन सिंह उर्फ विक्रम सिंह ने बताया कि मैं बदलापुर का रहने वाला हूं और बीएसपी कार्यकर्ता हूं। बीएसपी मिशन से जुड़ा हुआ हूं। 24 फरवरी को इण्टरनेट के माध्यम से एक जले हुए लड़के की फोटो मिली और उसे गोरखपुर जिले से सम्बन्धित बताई गई थी। मैंने उसे अपने ट्वीटर अकाउण्ट से ट्वीट किया था। विक्रम ने बताया कि मैं करीब दो वर्षों से ट्वीटर अकाउण्ट चलाता हूं और अपने मिशन से सम्बन्धित बातों को ट्वीट करता हूं। पुलिस ने उसके पास से ट्वीट किया गया मोबाइल व सिम भी बरामद किया है । पूछताछ में उसने अपनी गलती स्वीकार की है।
पाकिस्तानी युवती का फोटो वायरल करने वाले की तलाश
इससे पहले ट्विटर पर सीमा सिंह नाम की एक युवती ने अपने अकाउंट से एक फोटो पोस्ट की थी। अकाउंट में लिखा था कि वह भीम सेना महिला मोर्चा की अध्यक्ष है। उसने जो फोटो शेयर किया था उसके नीचे लिखा था कि गोरखपुर में तेजाब हमले से युवती की मौत हो गई। इतना ही नहीं योगी सरकार पर सवाल उठाते हुए आरोपित के लिए भगवा गुंडा शब्द का भी उसने इस्तेमाल किया था। सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होते ही गोरखपुर पुलिस के साथ ही लखनऊ के अफसर भी सक्रिय हो गए। पुलिस की साइबर सेल से फोटो की सच्चाई जांचनी शुरू की और करीब दो घंटे बाद जब यह पता चला कि यह फोटो 2014 की है, वह भी पाकिस्तान की।
युवती ने बिना फैक्ट चेक किए सनसनी फैलाने की कोशिश की थी और लिहाजा पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया है लेकिन वह पकड़ी नहीं गई। वहीं उसके बाद लेडी डॉन नामक ट्वीटर अकाउंट से भी एक के बाद एक कर कई धमकी भरे ट्वीट किए गए थे। एसएसपी के मुताबिक यह सभी ट्वीट एक ही जगह से हुआ था। यह तो पता चल गया है कि ट्वीट किसी युवक ने किया था टीम उसकी तलाश में लगी हुई है उसे भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
बिहार में बूढ़ी गंडक में मिली थी लाश
साइबर सेल ने फोटो की जांच की तो पता चला कि बिहार के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के बासुदेवपुर पंचायत के अकबरपुर फकीराना टोले में बूढ़ी गंडक के पास यह शव मिला था। पुलिस ने विक्रम को संबंधित धारओं व आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर कोर्ट में पेश किया और जेल भेजा गया।
एसएसपी ने बताया कि इसकी जांच कराई गई तो पता चला कि जिस गांव का जिक्र किया गया है उस गांव में इस तरह की कोई घटना नहीं हुई। बाद में पूरे जिले में इस तरह की घटना होने के बारे में जानकारी मांगी गई कहीं भी ऐसी घटना नहीं हुई थी। उसके बाद ट्वीटर के माध्यम से ही तत्काल इसका खंडन किया गया और ट्वीटर हैंडलर पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इस बीच गोरखपुर पुलिस की साइबर टीम ने यह भी पता लगा लिया कि यह वायरल फोटो कहां कि है, जांच में पता चला कि ‘वारयल फोटो बिहार से संबंधित है। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए एक टीम लगाई गई और पुलिस टीम ने आरोपित भिक्कन सिंह उर्फ विक्रम सिंह को गौतमबुद्ध नगर जिले के बादलपुर गांव से शनिवार की रात में गिरफ्तार कर गोरखपुर लेकर आई।