बरेली: धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने का आरोपी युवक गिरफ्तार, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा

बरेली, संवाददाता।। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में विवाह के लिए धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने के आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बरेली के पुलिस उपमहानिरीक्षक राजेश कुमार पांडे ने बुधवार को बताया, ‘जिले की बहेड़ी पुलिस ने रिछा रेलवे फाटक के पास से ओवैस नामक युवक को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।’
उन्होंने बताया कि पुलिस ने ‘विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश, 2020’ के तहत युवक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हाल में प्रदेश में पारित इस कानून के तहत यह पहली गिरफ्तारी है। पांडे ने बताया, ‘गिरफ्तारी के बाद ओवैस को पुलिस ने बहेड़ी सत्र अदालत में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।’ बरेली के प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने बृहस्पतिवार को बताया, ‘जिले के थाना देवरनिया के गांव शरीफ नगर में रहने वाली एक युवती का आरोप था कि ओवैस उसे तीन साल से परेशान कर रहा था और विवाह के लिए धर्म परिवर्तन का दबाव बनाता था।’
सिंह ने बताया कि युवती के परिजन ने जून 2020 में उसकी शादी किसी दूसरी जगह कर दी, इससे बौखलाया ओवैस अक्सर उसके पिता टीकाराम के घर पहुंच कर धमकी देता था। पिछले शनिवार को भी उसने टीकाराम को तमंचा दिखाकर जान से मारने की धमकी दी थी जिसके बाद उन्होंने ओवैस के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में गैर कानूनी तरीके से धर्मांतरण पर रोक से जुड़े योगी सरकार के अध्यादेश को मंजूरी मिलने के बाद बरेली में धर्म परिवर्तन कराने का यह पहला मामला दर्ज किया गया था। बरेली के देवरनिया में लव जिहाद के आरोप में उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 3/5 की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक, टीकाराम ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि दूसरे संप्रदाय का एक युवक उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा है।
दरअसल, देवरनिया के गांव शरीफनगर निवासी टीकाराम ने बताया कि उनकी बेटी पर गांव में ही रहने वाले रफीर अहमद का बेटा ओवैस अहमद जबरन धर्म परिवर्तन कराने का दबाव बना रहा है। पीड़ित ने बताया कि आरोपी उवैस अहमद पढ़ाई के समय से ही बेटी को जनता है। इस दौरान उसने उनकी बेटी से जान पहचान भी बना ली। टीकाराम और उनके परिवार कि ओर से कई बार उवैस को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन आरोपी नहीं माना, जिसके बाद पीड़ित ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।