फूड प्वाइजनिंग से मुसहर बस्ती में 4 की मौत, दावत में खाया था खाना
जौनपुर. उत्तर प्रदेश के जौनपुर जनपद के बरसठी थाना क्षेत्र के रनापुर गांव में फूड प्वाइजनिंग से एक हफ्ते में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग बीमार हो गए. बुधवार को डाक्टरों की टीम ने बस्ती में पहुंचकर दवा आदि का छिड़काव किया और लोगों दवा दिया. बताया जा रहा है कि रनापुर मुसहर बस्ती में 22 तारीख को एक युवक की शादी थी. शादी के बाद बस्ती के लोगों को दावत दिया गया था. दावत में सूअर का मांस बना हुआ था. इस दावत में दर्जनों लोग शामिल हुए थे. दावत का मांस खाने के बाद धीरे-धीरे लोगों की तबीयत खराब होनी शुरू हुई. डॉक्टर की मानें तो आधा दर्जन लोग अस्पताल में भर्ती होकर अपना इलाज कराकर स्वस्थ हुए, बाकी आधा दर्जन लोग गोपीगंज से लेकर पिलकथूआ गांव तक अंधविश्वास में पड़कर ओझाई करवाते रहे. इसके कारण निभा, नंदनी, सूरज, बबली की मौत हो गई.
गांव में फूड प्वाइजनिंग की खबर क्षेत्र की आशा सीमा ने बरसठी के चिकित्सा प्रभारी डॉ. अजय सिंह को दी. बुधवार को सूचना पाते ही चिकित्सा प्रभारी डॉ. अजय सिंह ने बस्ती में पहुंचकर दवा का छिड़काव किया और लोगों में दवा का वितरण किया. इसके बाद आवश्यक बचाव के दिशा निर्देश भी दिए गए. डॉ. अजय सिंह ने बरसठी के एडीओ पंचायत को बस्ती में एक हैंडपंप लगवाने की भी सलाह दी है.
एसडीएम मडियाहू मंगलेश दुबे ने बताया कि सूचना मिलते ही तत्काल तहसील प्रशासन और मेडिकल पीएसची की 5 सदस्यीय टीम, पहुंचकर तहसीलदार अमित कुमार के देख-रेख में मेडिकल कार्रवाई की है. जरूरी राहत-बचाव के उपाय और जागरूकता के लिए चिकित्सक को डिटेल समेत, गांव की आशा और पंचायत अधिकारी को मनिटरिंग और बस्ती के सेहत का हाल आगे से देखने के लिए कहा गया है.
27 जुलाई को नंदनी (8 वर्ष) पुत्री पिंटू, गोपीगंज भदोही में डेथ हुई थी.
सूरज (22 वर्ष) पुत्र घनश्याम – झाड़-फूंक के चक्कर में 28 तारीख को मौत हुई थी.
बबली उम्र 2 वर्ष पुत्री ड्राइवर झाड़-फूक करने गए थे गोपीगंज भदोही में 25 तारीख को मौत.
नेमा देवी 50 वर्ष पत्नी फूलचंद की 23 तारीख की रात में मौत हो गयी थी.