फरवरी के बाद अब मार्च में पड़ रही रिकॉर्ड तोड़ गर्मी
मार्च का महीना भी गर्मी का रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में है। इस बार 11 मार्च के दिन ही तापमान 35 डिग्री के पार हो गया था। बीते दस सालों के आंकड़ों पर नजर डालें तो आमतौर पर मार्च के दूसरे पखवाड़े में ही तापमान 35 डिग्री से ऊपर जाता रहा है।
पिछले वर्ष मार्च का महीना काफी ठंडा रहा था। यहां तक कि मार्च के महीने में एक दिन भी ऐसा नहीं आया था जब तापमान पैंतीस डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंचा हो। पिछले साल 26 मार्च को अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री रहा था, जोकि पूरे महीने का सबसे अधिक तापमान था। बीते दस सालों में सिर्फ 2018 का वर्ष ही ऐसा रहा था, जब मार्च महीने के पहले पखवाड़े यानी 14 मार्च के दिन तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। बाकी सभी वर्षों में पैंतीस डिग्री से ज्यादा तापमान मार्च के दूसरे पखवाड़े में ही पहुंचा है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस बार पहले तो फरवरी में फिर मार्च में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ सामान्य से कम आए हैं। इसके चलते पहाड़ों पर हिमपात और मैदानी इलाकों में बरसात कम हुई है। इससे इस बार सामान्य से ज्यादा गर्मी महसूस की जा रही है। हालांकि, हल्की बूंदाबांदी के चलते पिछले दो दिन थोड़े राहत भरे रहे हैं।
राजधानी में तेजी से बढ़ेगा तापमान
दिल्ली में अगले चार-पांच दिनों के भीतर तापमान में तेजी से इजाफा होने के आसार हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में सुबह के समय हल्की धुंध देखने को मिलेगी। जबकि, दिन के समय मौसम साफ रहेगा। दिनभर धूप निकलने के चलते अधिकतम तापमान पैंतीस डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के आसार हैं।
कई जगहों पर हल्की बूंदाबांदी
पिछले दो दिन लोगों के लिए गर्मी से थोड़े राहत भरे साबित हुए हैं। गुरुवार रात को तेज हवा और बूंदाबांदी से तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी। शुक्रवार रात भी सफदरजंग, पालम, लोधी रोड और आयानगर मौसम केंद्र में बूंदाबांदी दर्ज की गई है। इसके चलते तापमान में पहले की तुलना में थोड़ी गिरावट आई है। हालांकि, अभी यह सामान्य से ज्यादा है। मौसम विभाग के सफदरजंग केंद्र में शनिवार का अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जोकि सामान्य से दो डिग्री ज्यादा है। जबकि, न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि इस सीजन का सामान्य तापमान है।
खराब श्रेणी में दिल्ली की हवा
हवा की रफ्तार कम होने के चलते दिल्ली की हवा लगातार ही खराब श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, शनिवार के दिन दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 209 के अंक पर यानी खराब श्रेणी में रहा। सफर का अनुमान है कि अगले दो दिनों के बीच प्रदूषण के स्तर में इजाफा होगा।