बलरामपुर के पूर्व सांसद रिजवान जहीर, बेटी और दामाद सहित छह लोगों को….
बलरामपुर, वार्ता। विधानसभा चुनाव में सपा का टिकट पाने की होड़ में उनकी हत्या करा दी गई। बलरामपुर पूर्व सपा सांसद रिजवान जहीर की बेटी जेबा के टिकट की राह में फिरोज रोड़ा बने थे। इस पर जेबा के पति रमीज ने उन्हें रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। पूर्व चेयरमैन को मौत के घाट उतारने वाले जरवा मार्ग निवासी महफूज, हर्रैया के इमिलिया गनेशपुर हाल पता जरवा मार्ग निवासी मेराजुल हक उर्फ मामा व जेठवारा प्रतापगढ़ निवासी शकील पुलिस के हत्थे चढ़े तो पूरी कहानी साफ हो गई।
पुलिस ने पूर्व सपा सांसद, उनकी बेटी व दामाद को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों के पास से 32 बोर पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, लोहे की राड व सात मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल ने बताया कि चार जनवरी को रात करीब 10.20 बजे पूर्व चेयरमैन फिरोज पप्पू के घर के पास उनकी हत्या कर दी गई थी।
सपा नेता फिरोज पप्पू की हत्या का है आरोप
पूर्व सपा सांसद रिजवान जहीर के दामाद रमीज व मेराजुल ने कई बार फिरोज को चुनौती देते हुए इंटरनेट मीडिया पर टिप्पणी की थी। फिरोज की लोकप्रियता बढ़ती जा रही थी। पूर्व सांसद अपनी बेटी जेबा को सपा का टिकट दिलाने के लिए प्रयासरत थे। फिरोज को तुलसीपुर क्षेत्र में हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदायों का समर्थन था। घटना से पूर्व दोनों पक्ष सपा के टिकट की पैरवी के लिए लखनऊ गए थे।
इसी राजनैतिक विद्वेष में रिजवान, जेेबा, रमीज व शकील ने पूर्व चेयरमैन की हत्या का षड़यंत्र बनाया। इस कार्य के लिए उन्होंने अपने नजदीकी मेराजुल व महफूज को लगाया। चार जनवरी की शाम जब फिरोज अपने मित्र शाहिद के साथ घर से निकले थे, तभी से मेराजुल व महफूज घात लगाकर गली में बैठ गए।
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रात में फिरोज अपने घर की तरफ पैदल जाने लगे तभी महफूज ने पीछे से उन पर लोहे की राड से हमला कर दिया। उनके नीचे गिरते ही ताबड़तोड़ छह वार किए। मेराजुल ने चाकू से गला रेत दिया। घटना के बाद मेराजुल ने रमीज को सूचना दी और रिजवान जहीर की कोठी पर जाकर रुक गया था।
गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक तुलसीपुर अवधेश कुमार, रेहराबाजार थाना प्रभारी जयदीप दुबे, पचपेड़वा थानाध्यक्ष आलोक राय, उपनिरीक्षक विजय सिंह, किसलय मिश्र व मुख्य आरक्षी छोटेलाल शामिल रहे। सीसी कैमरा चेकिंग टीम के उपनिरीक्षक अनिल दीक्षित, पूर्णेश पांडेय, शोभित, राहुल श्रीवास्तव, स्वाट एवं सर्विलांस टीम के निरीक्षक श्याम लाल यादव, गुरुसेन सिंह, हेड कांस्टेबल देवेंद्र सिंह, बिरजू कुमार, अखिलेश कुमर, रोहित शुक्ल, सुशील सिंह, राजू सिंह का विशेष योगदान रहा।