पुलिस ने दबोचे असलहा तस्कर, चुनाव प्रभावित करने की थी साजिश !
पूर्वांचल में चुनाव प्रभावित करने की साजिश थी। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय असलहा तस्कर गैंग 20 पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस सप्लाई करने की फिराक में था। यह गैंग अपने मंसूबों में कामयाब होता, उससे ही मैनपुरी पुलिस ने तस्करों को दबोच लिया। पुलिस ने थाना भोगांव क्षेत्र में मंगलवार की सुबह मुठभेड़ के बाद असलहा तस्कर गैंग के चारों सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गैंग आगरा, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, हरियाणा और लखनऊ के गैंगस्टरों को असलहा बेचने का काम करता था। स्वाट टीम प्रभारी विक्रम सिंह, उप निरीक्षक जैकब फर्नांडीज व टीम द्वारा पकड़े गए असलहा तस्करों से 20 पिस्टल, भारी मात्रा में कारतूस, बोलेरो कार बरामद हुई है। पुलिस की गिरफ्त में आए तस्कर नेपाल तक पिस्टल की सप्लाई करते थे। पूर्व में यह गैंग दिल्ली में भी पकड़ा जा चुका था।
पुलिस को सूचना मिली थी कि बिना नंबर प्लेट की बोलेरो गाड़ी मैनपुरी की तरफ आ रही है। जिसमें चार तस्कर सवार थे। इनके पास अवैध असलहा हैं। इस पर पुलिस ने घेराबंदी की। उक्त गाड़ी आने पर रोकने का प्रयास किया। पुलिस को देख तस्कर गाड़ी बैक करके मुड़ाने का प्रयास करने लगे। नाकाम होने पर गाड़ी में बैठे तस्करों ने फायरिंग कर दी। पुलिस ने खुद को बचाते हुए तस्करों को दबोच लिया।
तमिलनाडु निकाय चुनाव में भाजपा का भी खुला खाता, जाने और क्या हुआ
पुलिस की पूछताछ में तस्करों ने अपने नाम राज बहादुर उर्फ राजू, जितेन्द्र उर्फ जीतू, दिनेश उर्फ डीएस और राजकुमार उर्फ राजू बताए। राजबहादुर आगरा का रहने वाला है। बाकी तीनों तस्कर मध्य प्रदेश के भिंड के रहने वाले हैं। पुलिस इनका आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।
एसपी अशोक कुमार राय के अनुसार पूछताछ में तस्करों ने बताया कि पूर्वांचल में विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए यह पिस्टल गैंगस्टरों को सप्लाई करने जाना था। आरोपी यह पिस्टल बिहार के मुंगेर व मध्य प्रदेश के खंडवा जिलों से 10000 से 15000 रुपये में खरीदकर लाते हैं। 30000 से 40000 प्रति पिस्टल के हिसाब से बेच देते हैं। तस्करों ने अवैध असलहों को आगरा, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, हरियाणा एवं लखनऊ के गैंगस्टरों को बेचने की बात कबूली है। ये तस्कर नेपाल तक अवैध असलहों की सप्लाई किया करते थे। पूर्व में भी दिल्ली की स्पेशल सेल द्वारा 26 अवैध असलहों सहित इस गैंग को पकड़ कर जेल भेजा था।