‘पाकिस्तान की नई साजिश तो नहीं’

कोलंबो : श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में स्थित भारतीय हाई कमीशन की फोटोग्राफी मामले में गिरफ्तार हुए 3 पाकिस्तानी नागरिकों की जांच पर भारतीय एजेंसियों की नजर बनी हुई है. आपको बता दें कि इसी महीने 15 नवंबर को कोलंबो पुलिस ने संदिग्ध आरोपियों को तस्वीरें खींचते वक्त गिरफ्तार किया था.
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में गिरफ्तार सभी आरोपियों से पुलिस की पूछताछ के बाद CID जांच भी चल रही है. वहीं गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के पास से जब्त हुए मोबाइल फोन की पड़ताल में क्या निकला फिलहाल इसका खुलासा नहीं हो सका है.
जानकारी के मुताबिक तीन पाकिस्तानी सऊदी अरब जाने के लिए भारतीय हाई कमीशन के पास स्थित एक होटल में रुके थे. कोरोना महामारी की बंदिशों के कारण, सीधी फ्लाइट न होने से तीनों पाकिस्तानी कोलंबो में ठहरे थे. सूत्रों के मुताबिक 15 नंवबर को आरोपियों ने रिक्शे पर बैठ कर भारतीय हाई कमीशन के चक्कर लगाने के दौरान तस्वीरें खींची थी.
इस मामले में गिरफ्तार पाकिस्तानियों को बचाने के लिए श्रीलंका में स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन सामने आया है. उसकी ओर से सभी गिरफ्तार आरोपियों को लीगल एड मुहैया कराई जा रही है. वहीं भारतीय सुरक्षा एजेंसियां कोलंबो की जांच एजेंसियों के संपर्क में है ताकि ये पता चल सके कि भारतीय हाई कमीशन के फोटो खींचने के पीछे कहीं कोई बड़ी पाकिस्तानी साजिश तो नहीं थी?
कोलंबो स्थित पाकिस्तानी हाई कमीशन पर पहले भी भारत के खिलाफ साजिश रचने के आरोप लगते रहे हैं. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ड्रग्स स्मगलिंग से लेकर भारत की जासूसी के लिए श्रीलंका में मौजूद अपने इस दफ्तर को एक बेस के तौर पर इस्तेमाल करती है.
यही वजह है कि जैसे ही तीन पाकिस्तानियों का नाम भारतीय हाई कमीशन की फोटोग्राफी के मामले से जुड़ा वैसे ही सभी भारतीय एजेंसियां एक्टिव हो गई थीं.