पांच बड़े सवाल जिनके नहीं मिले जवाब

पत्नी, बेटे और बेटी की हत्या कर फरार डा. सुशील के शव की बरामदगी के साथ ही वह तमाम राज भी अब हमेशा के लिए दफन हो गए, जिनका उत्तर हर कोई जानना चाहता था। हालांकि, अब पुलिस के लिए रास्ता जरूर आसान हो गया है, क्योंकि डाक्टर ने अवसाद में आकर परिवार को खत्म करके खुद भी आत्महत्या कर ली, यह मान लेने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है।
अब इन सवालों का नहीं मिल सकेगा जवाब
1-तिहरे हत्याकांड को डाक्टर ने किस तरह से और कब अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक, नौकरानी के सुबह साढ़े सात बजे चले जाने के बाद यह घटना हुई होगी। हालांकि, जिस तरह से डाक्टर दोपहर डेढ़ बजे के बाद घर से निकला, उससे इसका अंदाजा नहीं लग पा रहा कि हत्याएं किस समय की गईं।
2-डाक्टर ने पत्नी चंद्रप्रभा की हत्या सिर पर ताबड़तोड़ हथौड़े के वार से की, जबकि बच्चों को गला दबाकर मारा। अगर वह मानसिक अवसाद में था तो पत्नी को इतनी निर्दयता से मारने का क्या कारण था।
3-डाक्टर ने तीनों की हत्याओं के बाद घर पर ही खुद आत्महत्या क्यों नहीं की। वह आत्महत्या करने अटल घाट क्यों पहुंचा। और दोपहर डेढ़ बजे से साढ़े पांच बजे तक डाक्टर कहां रहा।
4-डाक्टर को अवसाद की कैसी बीमारी थी और क्या उसने कभी इसका इलाज कराया। अगर कराया तो इलाज करने वाला डाक्टर कौन है।
5-सुसाइड नोट में डाक्टर ने अपनी लापरवाहियों व लाइलाज बीमारी का जिक्र किया था। अब पता नहीं चल सकेगा कि लापरवाही कौन सी थी और उसे आंखों की कौन सी लाइलाज बीमारी हो गई थी।