पहाड़ी से बहने लगी ‘दूध की गंगा’

कुल्लू की मर्णकर्ण घाटी में तोश वैली में भी कुछ इसी तरह का तरल पदार्थ निकलता है. जिस स्थान पर यह तरल पदार्थ बहता है, उसे खीर गंगा कहते हैं. यहां बड़ी संख्या में टूरिस्ट आते हैं. जहां से यह तरल पदार्थ निकलता है, उसके ठीक नीचे गर्म पानी का चश्म है, जिसमें श्रद्धालु नहाते हैं.
मंडी. देवभूमि हिमाचल में अधिकतर घटनाओं को देव आस्था और दैवीय चमत्कार के साथ जोड़कर देखा जाता है. यहां आए दिन नई-नई घटनाओं के कारण कोई न कोई स्थान चर्चा में आ ही जाता है. इसी प्रकार की घटना अब मंडी जिला के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली चौहारघाटी में भी देखने को मिल रही है. क्षेत्र की रोपा पंचायत के दाडू गांव में पहाड़ी से दूध की तरह तरल पदार्थ निकल रहा है.
क्षेत्र के लोगों से हमें जो जानकारी मिली है उसके अनुसार यह पदार्थ किसी एक स्थान पर नहीं, बल्कि 6 से 7 स्थानों पर बह रहा है. जैसे ही यह तरल नीचे बह रही खड्ड पर गिर रहा है तो कुछ दूरी तक बहने के बाद दही की तरह जम भी जा रहा है.
बताया रहा है कि गांव के कुछ लोग मछली पकड़ने के लिए खड्ड किनारे गए थे और इन्होंने ही सबसे पहले इस दूध की तरह तरल पदार्थ को देखा है. इन्होंने बाद में इसकी जानकारी गांव के अन्य लोगों को दी, जिसके बाद लोगों ने यहां धूप आदि जलाकर पूजा अर्चना करना शुरू कर दिया है. बता दें कि चौहारघाटी के लोगों की देव हुरंग नारायण के प्रति गहरी आस्था है. घाटी में इन्हें सर्वोपरि माना जाता है. इसलिए लोग यहां के घटनाक्रमों को देवता के साथ जोड़कर देखते हैं.
बता दें कि कुल्लू की मर्णिकर्ण घाटी में तोश वैली में भी कुछ इसी तरह का तरल पदार्थ निकलता है. जिस स्थान पर यह तरल पदार्थ बहता है, उसे खीर गंगा कहते हैं. यहां बड़ी संख्या में टूरिस्ट आते हैं. जहां से यह तरल पदार्थ निकलता है, उसके ठीक नीचे गर्म पानी का चश्मा है, जिसमें श्रद्धालु नहाते हैं.