पश्चिम बंगाल सरकार बनाम राज्यपाल जगदीप धनखड़, तनातनी जारी
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस व राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। सोमवार को टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से राज्यपाल को हटाने की मांग की। बंदोपाध्याय ने कहा कि जब उन्होंने राष्ट्रपति कोविंद से राज्यपाल को हटाने का आग्रह किया तब उनके पास उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू भी मौजूद थे।
राज्यपाल पर तकरार बढ़ी
31 जनवरी से संसद का बजट सत्र शुरू हुआ है। इसकी संयुक्त बैठक में अभिभाषण के लिए राष्ट्रपति कोविंद सोमवार को संसद भवन पहुंचे थे। इसी दौरान सुदीप बंदोपाध्याय ने उनसे मुलाकात की। इससे एक दिन पूर्व यानी 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्य तिथि के अवसर पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोला है।
टीएमसी सांसद ने की राष्ट्रपति कोविंद से धनखड़ को हटाने की मांग
उन्होंने कहा कि बंगाल लोकतंत्र का गैस चौंबर बनता जा रहा है। इस राज्य में लोकतंत्र का दम घुट रहा है। यहां कानून का राज नहीं है बल्कि शासक का कानून है। यहां की राजनीति रक्त रंजित हो गई है और संविधान की रक्षा करना मेरा कर्तव्य है। राज्यपाल ने यह बयान तब दिया जब वह बैरकपुर में गांधी घाट व गांधी जी की मूर्ति पर माल्यार्पण करन के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान धनखड़ ने कहा कि महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर हम सब को संकल्प लेना चाहिए कि हम अहिंसा और शांति के दूत बनें।
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प्रजातांत्रिक व्यवस्था में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। हिंसा और प्रजातांत्रिक व्यवस्था एक दूसरे के दुश्मन हैं। इसके बाद ममता सरकार पर हमला बोलते हुए राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैंने अपमान सहा है। आपके राज्यपाल ने खून का घूंट पिया है। क्या-क्या गालियां नहीं सुनी है। राज्य की सीएम राज्य में और राज्य के बाहर एक राजनीतिक मिशन पर हैं। कानून व लोकतंत्र को नजरदांज कर दिया गया है। कोई मुझे अपनी ड्यूटी करने से नहीं रोक सकता है।