पर्यटन के क्षेत्र में राजस्थान को बनाएंगे देश में अग्रणी राज्य :गहलोत

जयपुर : पर्यटन दिवस के अवसर पर आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि गौरवशाली इतिहास, ऐतिहासिक धरोहरों, मजबूत किलों, विविध प्राकृतिक सम्पदा और रंग-बिरंगी लोक संस्कृति जैसी अनूठी विशेषताओं को समेटे राजस्थान विश्व पर्यटन में विशेष स्थान रखता है. दुनिया के कोने-कोने से पर्यटक यहां आते हैं. उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में राजस्थान को देश का अव्वल राज्य बनाने की दिशा राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है. इसके साथ ही हमारा प्रयास है कि कोविड महामारी की विपरीत स्थितियों से प्रभावित प्रदेश के पर्यटन उद्योग को संबल मिले तथा पर्यटन गतिविधियां पुनः पटरी पर लौटे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विश्व पर्यटन दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में राज्य के पर्यटन विकास की विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों एवं अन्य गतिविधियों का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छी सड़कों, बेहतर रेल एवं हवाई नेटवर्क, कानून एवं व्यवस्था की बेहतर स्थिति तथा बिजली एवं पानी की पर्याप्त उपलब्धता के कारण राजस्थान दुनिया भर में वेडिंग एवं इवेंट डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है. राजस्थान में पर्यटन के विकास की अपार संभावनाएं हैं और राज्य सरकार इस सेक्टर को बढ़ावा देने में कोई कमी नहीं छोड़ेगी. पर्यटन गतिविधियों को गति देने के लिए नई पर्यटन नीति-2020 तथा 500 करोड़ रुपए के पर्यटन विकास कोष के गठन जैसे निर्णय लिए गए हैं. पर्यटक स्थलों पर लपकों की समस्या को दूर करने के लिए पर्यटकों के साथ होने वाले अपराधों को संज्ञेय अपराध बनाने का निर्णय किया है. उन्होंने कहा कि लपकों पर अंकुश के लिए इसकी जमीनी स्तर पर कड़ाई से पालना सुनिश्चित की जाए ताकि पर्यटक राजस्थान की अच्छी छवि लेकर जाए.
गहलोत ने कहा कि कोराना की विषम परिस्थितियों से प्रभावित पर्यटन उद्यमियों को आर्थिक संबल देने के लिए मुख्यमंत्री पर्यटन उद्योग संबल योजना संचालित की गई है. जिसके तहत 25 लाख तक के ऋण के ब्याज पर पर्यटन उद्यमियों को तीन वर्ष तक के लिए एक प्रतिशत अतिरिक्त ब्याज अनुदान सहित प्रतिवर्ष कुल 9 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान के पर्यटन स्थलों की आकर्षक छवि को देश और दुनिया में पहुंचाने के लिए इसकी बेहतर ब्रांडिंग की जाए. समारोह में मुख्यमंत्री ने राजस्थान आने वाले पर्यटकों को दूर प्रोग्राम बनाने में मदद देने के लिए तैयार किए गए मोबाइल एप राजस्थान टूरिज्म ऑफिशियल का लोकार्पण किया. उन्होंने पर्यटन विभाग द्वारा राज्य में पर्यटन विकास के लिए जारी विभिन्न नीतियों, योजनाओं एवं दिशा-निर्देशों के संग्रह का विमोचन किया. गहलोत ने कोविड प्रभावित पर्यटन एवं आतिथ्य क्षेत्र के उद्यमियों को राहत प्रदान करने के लिए राज्य सरकार की मुख्यमंत्री पर्यटन उद्योग संबल योजना – 2021 का विमोचन किया। उन्होंने संशोधित पेइंग गेस्ट हाउस योजना- 2021 तथा अनुभवात्मक पर्यटन सेवा प्रदाता के लिए गाइडलाइन्स का विमोचन किया. मुख्यमंत्री ने राजस्थान पर्यटन की ब्रांडिंग के उद्देश्य से पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश के 10 महत्वपूर्ण एवं आकर्षक पर्यटक स्थलों पर तैयार किए गए 10 नए पोस्टर्स, नवीन प्रचार पुस्तिकाओं यूनेस्को के साथ चल रही अमूर्त धरोहर संरक्षण परियोजना के तहत पश्चिमी राजस्थान के पारंपरिक संगीत की सी.डी. तथा भारतीय डाक विभाग द्वारा राजस्थान पर्यटन की थीम पर बनाए गए 9 विशेष फोल्डर का भी विमोचन किया.
पर्यटन राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रदेश में कई ऐसे पर्यटक स्थल हैं, जिन्हें देखने दुनिया भर से बड़ी संख्या में सैलानी राजस्थान आते हैं. उन्होंने कहा कि 500 करोड़ रूपए के पर्यटन विकास कोष के गठन से प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही पर्यटकों के साथ होने वाले अपराधों को अजमानतीय बनाने के निर्णय से राजस्थान को पर्यटकों के लिए सर्वाधिक सुरक्षित राज्य बनाने में मदद मिलेगी. डोटासरा ने कहा कि प्रदेश में पर्यटक गाइडों की फीस में तीन गुना तक बढ़ोतरी के लंबे समय से बनी आ रही मांग पूरी हुई है.
कार्यक्रम में मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि राजस्थान आने वाले घरेलू लू पर्यटकों की संख्या देश की 10 प्रतिशत है तथा भारत में आने वाले कुल विदेशी सैलानियों में से 6 प्रतिशत राजस्थान आते हैं. इस भागीदारी को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने कई नई नीतियां जारी की है. राजस्थान सरकार प्रमुख शासन सचिव पर्यटन श्रीमती गायत्री राठौड़ ने बताया कि रिप्स 2019 के तहत पर्यटन उद्योग को थ्रस्ट सेक्टर का दर्जा दिया गया है. उन्होंने बताया कि ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही राजस्थान ग्रामीण पर्यटन प्रोत्साहन योजना लाई जाएगी. फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटेलिटी एण्ड टूरिज्म ऑफ राजस्थान के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अपूर्व कुमार ने कहा कि प्रदेश में कोविड प्रभावित पर्यटन क्षेत्र को पटरी पर लाने के लिए राज्य सरकार ने कई राहतकारी निर्णय किए हैं. उन्होंने इन निर्णयों के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया.