पति व बेटे ने मिलकर महिला के प्रेमी को उतारा मौत के घाट, तीन गिरफ्तार
लखनऊ। राजधानी के पारा थाना क्षेत्र में अवैध संबंधों के कारण एक व्यक्ति की गला दबाकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद हत्यारों ने शव को नाले के किनारे दफना दिया। घटना का खुलासा तो तब हुआ जब मृतक की बहन ने पारा थाने में मृतक उदयराज की गुमशुदगी दर्ज कराई। जब मामले की जांच पड़ताल शुरू हुई तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। जिसके बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। मिली जानकारी अनुसार, पुलिस ने हत्यारों की निशानदेही पर बीती रात 3रू00 बजे नाले के किनारे से उदय राज के शव को बरामद किया। जिसके बाद शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मूलरूप से अमेठी के रहने वाले उदयराज यादव उम्र लगभग 45 वर्ष पुत्र श्री नाथ यादव निवासी पूर्वी दिन खेड़ा पारा की हत्या छेदु रावत पुत्र मोहन ग्राम बेलहार माल ने अपने पुत्र व पत्नी के साथ मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
बता दें कि, घटना 6 जुलाई की रात 10.00 बजे की है। घटना के बाद हत्यारों में उदयराज के शव को नाले के किनारे दफना दिया और फरार हो गए। 21 जुलाई को मृतक उदय राज की बहन रामदुलारी ने गुमशुदगी की रिपोर्ट पारा थाने में दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू की। आस-पास से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने आरोपी छेदु पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। जिसके बाद घटना का खुलासा हुआ। एसीपी काकोरी काशिम आबिद ने बताया कि छेदु रावत की पत्नी राजेश्वरी का अवैध संबंध उदयराज से था। उन दोनों के संबंध से एक पुत्र भी हुआ था। छेदु के कुल 8 बच्चे हैं। छेदु ने 6 जुलाई की रात अपनी पत्नी जागेश्वरी व पुत्र जोगेंद्र के साथ मिलकर उदयराज की गला दबाकर हत्या कर दी। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उन्होंने हत्या करने से पहले उदय राज को शराब पिलाया था। जब वह नशे में हो गया तो तीनों ने मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। उदयराज बोरिंग का काम करता था। आंखों से कम दिखाई देने के कारण प्रॉपर्टी का भी काम करने लगा था। वही हत्यारा छेदु मजदूरी करता है और पूर्वी दिन खेड़ा नाले के ऊपर घर बनाकर अपने परिवार कर साथ रहता है। आरोपियों ने बताया कि दोनों के बीच करीबन 25 साल से अवैध संबंध थे। लॉकडाउन के दौरान वह अपनी पत्नी को लेकर चंडीगढ़ चला गया था। जब लॉकडाउन खत्म हुआ तो वह अपनी पत्नी के साथ पुन: पूर्वी दिन खेड़ा आ गया। जहां फिर जागेश्वरी देवी उदय राज यादव के संबंध में आ गई। यह बात छेदु को नागवार गुजरी उसने हत्या की रणनीति बनाते हुए जागेश्वरी को जान से मारने की धमकी देकर अपने कृत्य में शामिल कर लिया और अपने बेटे जोगेंद्र के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।