निगम सदन की बैठक में फॉगिंग मशीन लाने पर पार्षद-मार्शलों के बीच हाथापाई
नई दिल्ली । दक्षिण दिल्ली नगर निगम सदन की बैठक में बुधवार को उस समय जमकर हंगामा हुआ जब कांग्रेस दल के नेता अभिषेक दत्त डेंगू मच्छरों को मारने के लिए फॉगिंग मशीन को सदन की बैठक में लेकर आ रहे थे। सदन के गेट पर तैनात मार्शलों ने जब उन्हें प्रवेश द्वार से नहीं घुसने दिया तो वह दर्शक दीर्घा में जा पहुंचे और वहां से अपने पार्षद सदस्यों के माध्यम से 14 किलो की मशीन को सदन में लेकर आ गए। इस बीच मार्शलों के साथ पार्षदों की हाथापाई भी हुई। सदन का माहौल बिगड़ता देख महापौर मुकेश सूर्यान ने बैठक को स्थगित कर दिया।
सदन में शोक संदेश पढ़ने के बाद जैसे ही महापौर ने बैठक की कार्रवाई शुरू करने के लिए कहा तो इसी बीच कांग्रेस के पार्षद अभिषेक दत्त तेजी से बाहर निकले और पहले से गेट के समीप रखी फॉगिंग मशीन को उठा कर अंदर लाने लगे। यह देख सदन के गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें मशीन के साथ अंदर प्रवेश करने से रोक दिया यह देख पार्षद वेदपाल अपने स्थान से उठे और अभिषेक को अंदर लाने के लिए मदद करने लगे। लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने अंदर नहीं आने दिया। यह देख पार्षद फॉगिंग मशीन को लेकर दर्शक दीर्घा में पहुंचे और वहां से एक कपड़े में मशीन को बांधा और सदन में अपने साथी पार्षदों को पकड़ा दिया। यह देख मार्शल पार्षद पर टूट पड़े, लेकिन पार्षद मशीन को उठा कर मीडिया कर्मियों के समीप पहुंच गए।
पार्षद अभिषेक दत्त ने कहा कि निगम के कोरोना योद्धा डेंगू से लड़ने के लिए इस 14 किलो की मशीन को हाथों में लेकर फॉगिंग करते हैं। लेकिन कोरोना योद्धाओं को वेतन के तौर पर मात्र 12 हजार रुपये मिलते हैं जबकि उत्तरी निगम में 21 हजार रुपये। आखिर यह भ्रष्टाचार क्यों। उन्होंने कहा कि फॉगिंग करने के लिए मशीन में तीन चार लीटर मिट्टी का तेल भी होता है। फॉगिंग करते समय धुंए से कोरोना योद्धाओं को बीमारी भी होती है और उनके हाथ जल जाते हैं। इस मामले को लेकर महापौर मुकेश सूर्यान का कहना है कि सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने पर वह पार्षदों को नोटिस जारी करेंगे।