धर्म - अध्यात्म
…नहीं तो छठी मैया हो जाएंगी नाराज

नई दिल्ली । आज से 4 दिनों तक चलने वाले छठ पर्व की शुरुआत हो चुकी है। आज नहाय- खाय से शुरु हुए इस त्यौहार के कुछ नियम होते हैं। जिसका पालन करके आप छठी मैया को प्रसन्न कर सकते हैं। हालांकि हर व्रती इन चार दिनों में अपने मन से हर द्वेष को निकाल कर छठी मैया का ध्यान करती है लेकिन फिर भी ना चाहते हुए भी कुछ गलतियां हो जाती है।
चलिए आपको बताते हैं कि इन चार दिनों में आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं…
- छठ के इस पर्व में भगवान सुर्य को अर्घ्य का एक अलग ही महत्व है। इसलिए सूर्य को अर्घ्य देते हुए ध्यान रहे कि जिस बर्तन से आप अर्घ्य दे रहे हैं वो चांदी, स्टेनलेस स्टील, ग्लास या प्लास्टिक का नहीं हो। अर्घ्य देने वाला पात्र हमेशा तांबे का ही होना चाहिए।
- इन चार दिनों तक लहसुन-प्याज से दूरी बना ले। अगर हो सके तो घर में भी लहसुन-प्याज नहीं रखें।
- इन चार दिनों तक घर में मांस- मदीरे का सेवन भी वर्जित होता है। घर का कोई भी सदस्य छठ व्रत के दौरान मांस अंडा, मछली का सेवन न करें।
- छठ पर्व निराजल व्रत होता है। इसलिए सूर्य को अर्घ्य देने से पहले भोजन और पानी का ग्रहण न करें।
- छठ पर्व के साथ ही इसमें बनने वाला प्रसाद भी काफी महत्वपूर्ण होता है। इसलिए प्रसाद बनाते वक्त सफाई का विशेष ध्यान रखें और नमक या उससे बनी चीजों से दूरी बना लें।
- गंदे हाथों से पूजा के सामना को न छूए
- बच्चों को प्रसाद छूठा न करने दें
कोरोना वायरस के कारण कुछ जगहों पर इस पर्व को सार्वजनिक करने की अनुमति नहीं दी गई है।