नताज परमाडु केंद्र को तवाह करने वाले का नाम ईरान ने किया उजागिर,जारी किया रेडकार्नर नोटिस
तेहरान: ईरान ने अपने नतांज परमाणु स्थल के ‘सेंट्रीफ्यूज’ को बर्बाद करने वाले संदिग्ध का नाम सार्वजनिक किया है. ईरान ने कहा कि वह हमला होने से पहले ही देश छोड़कर भाग चुका था.
इस संदिग्ध का नाम रजा करीबी बताया है. वह 43 साल का है. खबर में उसकी पासपोर्ट आकार की एक तस्वीर भी दिखाई गई और बताया गया कि उसका जन्म पड़ोसी शहर कशहन में हुआ था. रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि वह ईरान के सबसे सुरक्षित केंद्रों में से एक में कैसे पहुंचा.
रिपोर्ट में उसकी गिरफ्तारी की मांग के लिए इंटरपोल के रेड नोटिस के बारे में भी बताया गया. इंटरपोल के सार्वजनिक डेटाबेस पर हालांकि गिरफ्तारी का यह नोटिस तत्काल उपलब्ध नहीं नजर आ रहा. फ्रांस के लियोन में बने इंटरपोल ने इस मामले में फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
टीवी रिपोर्ट के मुताबिक ईरान इस संदिग्ध को वापस लाने के लिये आवश्यक कार्रवाई कर रहा है. यह कार्रवाई क्या है, इस बारे में और कोई विवरण नहीं दिया गया है. टीवी प्रसारण में दिखाए गए कथित रेड कॉर्नर नोटिस में संदिग्ध के यात्रा इतिहास विवरण में स्पेन, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, इथियोपिया, कतर, तुर्की, युगांडा, रोमानिया और अन्य देशों के नाम नजर आ रहे थे
फिलहाल 11 अप्रैल को हुए हमले से कितना नुकसान हुआ यह स्पष्ट नहीं है. यह ऐसे समय हुआ जब ईरान विश्व शक्तियों के साथ समझौते में अमेरिका को फिर से प्रवेश की अनुमति देने और अपने ऊपर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के लिये उनसे बातचीत कर रहा है. ईरान इस हमले की प्रतिक्रिया में अब 60 प्रतिशत शुद्धता के साथ यूरेनियम का संवर्धन कर रहा है. यह उसके अब तक के उत्पादन के सर्वोच्च स्तर से तीन गुना ज्यादा है. हमले और उसे लेकर ईरान की प्रतिक्रिया ने पश्चिम एशिया में तनाव को और बढ़ा दिया है. वहीं ईरान और इजराइल के बीच जंग के बादल भी मंडराने लगे हैं.