धामी ने राजनाथ सिंह से रेल लाइन के लिए मंज़ूरी, अमित शाह से मांगे दो संस्थान

देहरादून. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने दिल्ली दौरे के दूसरे दिन तमाम नेताओं से मुलाकात करते हुए राज्य के लिए कई योजनाओं को अमली जामा पहनाने की कोशिश की. एक तरफ सीएम धामी ने अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और गजेंद्र सिंह शेखावत जैसे केंद्रीय मंत्रियों से भेंट की, तो दूसरी ओर मुरली मनोहर जोशी और बीएल संतोष समेत पार्टी के कई नेताओं से भी मिले. हाल में केंद्रीय मंत्री बनाए गए उत्तराखंड से सांसद अजय भट्ट से भी धामी ने दिल्ली दौरे पर भेंट की. जानिए धामी ने किस नेता से मिलकर क्या मांग रखी और उन्हें क्या सफलता मिली.
मुख्यमंत्री धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से सामरिक महत्व को देखते हुए टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन ब्रॉडगेज की मंज़ूरी के लिए रक्षा मंत्रालय के स्तर से संस्तुति करने का अनुरोध किया. मुलाकात के दौरान सीएम ने रुद्रप्रयाग ज़िले के जखोली में स्वीकृत सैनिक स्कूल के लिए केंद्रीय सहायता की भी मांग रखी.
रक्षा मंत्री से मुलाकात के बाद धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की. इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट कहा, जिसमें सीएम धामी ने उत्तराखंड में दो संस्थान बनाने की गुज़ारिश की. सीएम ने कुमाऊं में जहां एम्स बनाए जाने की बात रखी, वहीं देहरादून में साइन्स एजुकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट का अनुरोध भी किया.
इसके बाद धामी ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की. इस मुलाकात में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सीएम धामी को भरोसा दिया कि उत्तराखंड में नए नेशनल हाईवेज़ के लिए 1000 करोड़ रुपये का बजट दिया जाएगा. इसके अलावा, सेंट्रल रोड फंड में 300 करोड़ का एक्स्ट्रा फंड भी दिया जाएगा. वहीं, धामी ने गडकरी से अनुरोध किया कि देहरादून से टिहरी झील के लिए 2 टनल बनाई जाएं.
दिल्ली दौरे पर गए धामी ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से भी भेंट की. मुलाकात में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने भरोसा दिया कि जल्द लखवाड़ परियोजना के लिए 4673 करोड़ के बजट को मंज़ूरी मिलेगी. वहीं, जल्द ही शेखावत और धामी उत्तराखंड में जल जीवन मिशन की समीक्षा करेंगे. कुछ अन्य नेताओं से भी धामी ने मुलाकात की, जिससे उनके दिल्ली दौरे के कुछ और मायने भी सामने आए.
उत्तराखंड के प्रभारी भाजपा नेता दुष्यंत गौतम, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी.एल संतोष के साथ ही राजनीतिक गुरु और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी सहित पार्टी के कई नेताओं से भी धामी ने मुलाकात की. 21 अगस्त को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के उत्तराखंड दौरे को लेकर भी चर्चा हुई तो देवस्थानम बोर्ड के मुद्दे पर भी. भले ही इन मुलाकातों को सीएम धामी ने शिष्टाचार भेंट कहा, लेकिन आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर इस दौरे को महत्वपूर्ण माना जा रहा है.