देश में 45 सालसे अधिक आयुवर्ग के सभी लोगों बूस्टर डोज

नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि सभी वयस्कों को कोविड-रोधी टीके की तीसरी खुराक देने का फैसला वैज्ञानिक आधार पर लिया जाएगा और इसे लेकर मिल रही जानकारियों पर गम्भीरता से विचार चल रहा है. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल ने एक साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में पूछे गये एक सवाल के जवाब में कहा कि एहतियाती खुराक के बारे में सभी निर्णय जरूरतों के आधार पर सबसे पहले लिये जाते हैं.
अधिकारी ने कहा कि टीकाकरण की अतिरिक्त जरूरतों और आबादी के अनुकूल इन्हें समाहित करने पर निरंतर परीक्षण चल रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘हम विश्व के घटनाक्रमों पर भी नजर रखते हैं और विश्लेषण करते हैं तथा टीकाकरण के सभी विकल्पों पर सक्रियता से विचार किया जा रहा है.’’ टीकाकरण कवरेज पर एक सवाल के जवाब में, स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि हालांकि विभिन्न आयु समूहों के बीच टीकाकरण के कवरेज में भिन्नता है, लेकिन सामूहिक रूप से देश में टीकाकरण की गति अभी भी अच्छी है. पॉल ने कहा कि पुनर्संक्रमण के मामलों पर भी लगातार नजर रखी जा रही है.
बता दें देश में अभी तक कोविड-19 टीके के करीब 172 करोड़ इंजेक्शन लगाए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार शाम सात बजे तक टीके के 43 लाख से ज्यादा (43,78,909) इंजेक्शन लगाए गए हैं. उसका कहना है कि दिन खत्म होने तक इस संख्या में और इजाफा होने की संभावना है. बयान के अनुसार, स्वास्थ्य कर्मियों, कोरोना योद्धाओं और 60 साल से ज्यादा आयु के (वरिष्ठ नागरिकों) 1.64 करोड़ (1,64,61,231) से ज्यादा लोगों को एहतियाती इंजेक्शन लगाए गए हैं.
देश में कोविड-19 रोधी टीका 16 जनवरी, 2021 से लगाया जा रहा है. सबसे पहले टीका स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया गया था. कोरोना योद्धाओं को टीका लगना दो फरवरी, 2021 से शुरू हुआ. कोविड-19 रोधी टीकाकरण का अगला अभियान एक मार्च, 2021 से शुरू हुआ जिसमें 60 साल से ज्यादा आयु के लोगों और अन्य बीमारियों से ग्रस्त 45 साल से ज्यादा आयुवर्ग के लोगों को टीका लगाया गया.