दुर्लभ ग्रीन मुनिया उदयपुर में 4 साल बाद फिर दिखी

उदयपुर. जैव विवधता से समृद्ध राजस्थान के उदयपुर अंचल में अब दुर्लभ प्रजाति के पक्षियों को भी देखा जा रहा है. इसी श्रृंखला में मंगलवार को उदयपुर जिले के वल्लभनगर क्षेत्र में दुर्लभ प्रजाति की सुंदर चिड़िया ग्रीन मुनिया को देखा गया है. इससे पूर्व भी कुछ वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर द्वारा दुर्लभ चिड़िया देखी गई थी. इसके बाद उनके भी फोटो और वीडियो सामने आए थे.
यह साईटिंग उदयपुर के उभरते वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफर विधान द्विवेदी और वरिष्ठ पर्यावरण प्रेमी व फोटोग्राफर देवेन्द्र श्रीमाली द्वारा की गई है. दोनों ने इस चिड़िया को देखकर इसके फोटो व वीडिया क्लिक किए हैं. पक्षी विशेषज्ञ व वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफर शरद अग्रवाल ने बताया कि ग्रीन मुनिया को पूर्व में वर्ष 2015, 2016 व 2017 में उदयपुर शहर के समीपस्थ बाघदड़ा व सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में भी देखा गया है, परंतु पिछले कई वर्षों से इसकी साईटिंग नहीं की जा रही है.
वाइल्ड लाईफ फोटोग्राफर विधान द्विवेदी व देवेन्द्र श्रीमाली ने बताया कि लालाल चौंच वाली बहुत ही खुबसूरत चिड़िया ग्रीन मुनिया विशेष रूप से घास के मैदानों में मिलती है और गन्ने के खेतों को ज्यादा पसंद करती है. समूह में रहने वाली और घास के बीजों को खाने वाली इस चिड़िया के लिए घास के मैदानों का अभाव इसकी कमी का कारण भी है. विशेषज्ञों के अनुसार समीपस्थ हिल स्टेशन माउंट आबू पर इस चिड़िया की बड़ी आबादी है.