तो कभी ऐसे समय पर टीम का साथ नहीं छोड़ता’…
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज खेली जा रही है और एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच के बाद कप्तान विराट स्वदेश लौट गए हैं। जनवरी में विराट और अनुष्का शर्मा पैरेंट्स बनने वाले हैं और इसी वजह से विराट ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने से पहले ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को पैटरनिटी लीव की अर्जी दे दी थी, जिसे बोर्ड ने मंजूर कर लिया था। विराट की पैटरनिटी लीव को लेकर कुछ दिग्गज क्रिकेटर्स जहां उन्हें सपोर्ट कर रहे हैं, तो वहीं कुछ इस फैसले की आलोचना भी कर रहे हैं। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर दिलीप दोषी का मानना है कि अगर वह विराट की जगह होते तो ऐसा बिल्कुल नहीं करते।
दिलीप का कहना है कि विराट को स्वदेश के लिए रवाना नहीं होना चाहिए था क्योंकि नैशनल ड्यूटी सबसे पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ‘मुझे पता है कि यह आज के दौर में आम बात हो गई है कि खिलाड़ी अपने बच्चों के जन्म के समय अपनी फैमिली के साथ रहना चाहते हैं। मुझे यह सब समझ आता है, लेकिन जब आप नैशनल ड्यूटी पर होते हैं… अगर मैं खुद को विराट की जगह रखूं तो मैं नहीं जाता। मेरे लिए नैशनल ड्यूटी किसी भी चीज से पहले आती है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘आप किसी को कानूनी तौर पर ऐसा करने से रोक नहीं सकते हैं। क्रिकेट बोर्ड ऐसे नियम नहीं बना सकते कि खिलाड़ी ऐसे समय पर अपनी फैमिली के पास नहीं जा सकते। मैं होता तो मैं नहीं जाता।’ एडिलेड टेस्ट में टीम इंडिया दूसरी पारी में 36 रन ही बना पाई थी। उन्होंने कहा कि ऐसे समय पर टीम को अपने कप्तान की जरूरत होती है। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए टीम इंडिया की कप्तानी सबसे अहम होता। यह डूबता हुआ जहाज है, यह समय है जब टीम को अपने कप्तान की सबसे ज्यादा जरूरत है। अगर आप ऐसे समय में टीम को छोड़ते हैं तो आप टीम को कई सवालों के साथ छोड़ते हैं। मैं बस यही उम्मीद करता हूं कि टीम इस मुश्किल समय से बाहर निकले।’