उत्तराखंडराज्य

तेंदुए का शव मिलने से लोगों ने ली राहत की सांस , बीमारी से मरा -वन विभाग

बागपत – लखनऊ की सड़कों पर जहां एक तेंदुआ  खुलेआम घूमकर लोगों को घायल कर रहा है। वहीं, बागपत में एक तेंदुए का शव और बिजनौर में एक हाथी का शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। वन विभाग के अनुसार, बागपत जिले के दोघट जंगल में आजमपुर मुसन गांव के नजदीक एक पांच साल का तेंदुआ मृत मिला। जबकि रविवार को बिजनौर के नजीबाबाद में एक हाथी का शव बरामद किया गया।

बागपत के डीएफओ हेमंत कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया देखने से प्रतीत हो रहा है कि तेंदुए की मौत बीमारी से हुई है। वहीं स्थानीय निवासियों ने बताया कि तेंदुआ पिछले करीब 15 दिन से क्षेत्र में ही कहीं छिपा हुआ था। कई बार उसे देखा भी गया था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तेंदुए की तबीयत ठीक नहीं लग रही थी। फिलहाल तेंदुए के मृत पाए जाने से लोगों ने राहत की सांस ली है।

डीएफओ हेमंत कुमार ने बताया कि तेंदुआ के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं, जिससे यह पता चलता है कि न तो जानवरों के बीच लड़ाई हुई है और न ही शिकारियों ने उसे गोली मारी है।

सूचना के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। वन विभाग की टीम ने मौके का जायजा लेने के बाद तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। डीएफओ ने बताया कि तेंदुए की मौत का सही कारण जानने के लिए ऑटोप्सी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

हाथी के शरीर पर मिले चोट के निशान – इस कड़ी में बिजनौर के नजीबाबाद संभाग के कौड़िया रेंज के जाफराबाद क्षेत्र में रविवार को एक दस साल के हाथी का शव मिलने से सनसनी फैल गई। नजीबाबाद संभागीय वनाधिकारी मनोज शुक्ला ने बताया कि हाथी के शरीर पर चोट के कई निशान मिले हैं। देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि किसी दूसरे हाथी से लड़ाई के दौरान जंबो की मौत हुई है।

लखनऊ में दहशत बरकरार – लखनऊ की सड़कों पर अभी भी एक तेंदुआ खुला घूम रहा है, जो कई लोगों को घायल भी कर चुका है। वन विभाग की टीम ने उसके लिए जाल भी बिछाया, लेकिन वह जाल फाड़कर भाग निकला। फिलहाल लखनऊ में तेंदुए की दहशत बरकार है। वन विभाग को उसे पकड़ने में कोई सफलता नहीं मिल सकी है।

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