तमिलनाडु के एक हास्टल में रहने वाली 17 वर्षीय छात्रा की हुई मौत; मामले की जांच अभी भी जारी,
तंजावुर, (तमिलनाडु)। तमिलनाडु के तंजावुर के एक हास्टल में जहर खाने वाली 17 वर्षीय छात्रा की मौत हो गई है। छात्रा ने करीब 10 दिन पहले जहर खा लिया था। आरोप है कि वार्डन ने छात्रा से जबरन हास्टल के कमरों को साफ करवाया था, जिसके दबाव में छात्रा ने जहर निकल लिया था।
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तंजावुर के एसपी रावली प्रिया ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि तंजावुर के एक स्कूल में पढ़ने वाली 17 वर्षीय छात्रा की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि 10 दिन पहले 19 जनवरी को छात्रा ने जहर निगल लिया था। वार्डन पर हास्टल के कमरों को छात्रा से साफ करवाने का आरोप है।
पुलिस ने दर्ज किया केस
उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच अभी जारी है।
जानकारी के अनुसार, हॉस्टल वार्डन को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि अरियालुर जिले की रहने वाली लड़की तमिलनाडु के थिरुकट्टुपल्ली के सरकारी सहायता प्राप्त उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ती थी और स्कूल प्रबंधन द्वारा संचालित हॉस्टल में रह रही थी।
9 जनवरी को लगातार उल्टी होने के बाद लड़की की तबीयत खराब हो गई। हालांकि शुरुआत में उसका इलाज एक निजी क्लिनिक में किया गया, लेकिन उसकी सेहत में सुधार नहीं हुआ, तो हॉस्टल वार्डन सहया मैरी ने उसके माता-पिता को इसकी सूचना दी।
हालत बिगड़ते देख बच्ची का दो और अस्पतालों में इलाज करवाया गया। बाद में 15 जनवरी को उसकी हालत बिगड़ने पर उसे टीएमसीएच में भर्ती कराया गया। लड़की का इलाज कर रहे एक टीएमसीएच डॉक्टर को शक हुआ और उसने लड़की से पूछताछ की। तब छात्रा ने बताया कि उसने हॉस्टल में पौधों पर छिड़काव करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कीटनाशक का सेवन किया था। उसने यह भी बताया कि वह हॉस्टल वार्डन की यातनाओं को सहने में असमर्थ हो गई थी। पीड़िता ने बताया कि वार्डन अक्सर उसे सभी कमरों को अकेले साफ करने के लिए मजबूर करता था।