डेल्टा की राह पर ओमिक्रॉन

यह ओमिक्रॉन है या जुकाम?
लंदन: ओमिक्रॉन वेरिएंट दुनियाभर में फिर से कोरोना संक्रमण का कारण बना है. शुरुआती जांच में पता चला है कि यह वेरिएंट बेहद संक्रामक है लेकिन अन्य पिछले वेरिएंट्स की तुलना में कम रोगजनक है. इसके लक्षण पिछले वेरिएंट्स की तरह ही हैं. जिनमें सर्दी-जुकाम, बुखार और बदन दर्द शामिल है. ओमिक्रॉन वेरिएंट से जुड़े लक्षणों के बारे में एक स्टडी के हवाले से विस्तार से बताया गया है. ZOE कोविड स्टडी में दुनियाभर से लाखों लोगों ने कोरोना महामारी के सभी वेरिएंट्स के लक्षणों के बारे में बताया, जिसकी मदद से इस महामारी के बारे में जानने को काफी कुछ मिला.
2020 में कोरोना वायरस के अल्फा वेरिएंट के सामान्य लक्षण- कफ, बुखार और गंध का नहीं आना था. इसके अलावा सिरदर्द, बदन दर्द, सांस लेने में दिक्कत और पेट से जुड़ी समस्या आदि प्रमुख लक्षण हैं. वहीं डेल्टा वेरिएंट में भी यही सब सामान्य लक्षण देखने को मिले थे.
ओमिक्रॉन वेरिएंट से जुड़े लक्षण भी ज्यादातर डेल्टा वेरिएंट जैसे ही हैं. इनमें सर्दी, खासकर उन लोगों में जिन्होंने वैक्सीन ले ली है और सामान्य बुखार, नाक बहना, बदन दर्द, डायरिया और त्वचा पर चकते आना है.
इस स्टडी में यह बताया गया कि डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट के लक्षणों में कोई ज्यादा विशेष अंतर नहीं पाया गया. इनमें प्रमुख 5 लक्षणों के तौर पर नाक का बहना, सिरदर्द, थकान, छींक और गले में खरास शामिल हैं. लेकिन इन लक्षणों के प्रसार की बात आती है तो इनमें कुछ अंतर देखने को मिलते हैं.
उदाहरण के तौर पर गंध का ना आना या स्वाद का चले जाना अक्टूबर में टॉप 10 लक्षणों में से एक था. वहीं इस स्टडी के डाटा के अनुसार, करीब 29 फीसदी लोगों को बुखार का अनुभव होगा, क्योंकि पूर्व में यह एक बहुत ही कम दिखने वाला सामान्य लक्षण था. महत्वपूर्ण यह है कि, इस स्टडी में यह पाया गया कि सिर्फ आधी आबादी को कोविड-19 से संबंधित 3 प्रमुख लक्षण जिनमें बुखार, कफ या गंध का चले जाना शामिल था.
पीसीआर टेस्ट के लिए सरकार की जो गाइडलाइंस हैं (जिसमें यह कहा गया है कि यदि आपको इन 3 लक्षणों में से कोई एक लक्षण है तो आपको परीक्षण करवाना चाहिए) यह बहुत पुरानी और अप्रासंगिक हो चुकी है.
ओमिक्रॉन कितना घातक?
कोरोना वायरस का यह नया वेरिएंट पिछले अन्य वेरिएंट्स की तुलना में काफी संक्रामक है जिसकी वजह से यह पूरी दुनिया में तेजी से फैला. हालांकि इस वेरिएंट से संक्रमित होने पर अस्पताल में भर्ती होने की दर फिलहाल पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है. जिससे कि यह अंदाजा लगाया जा सके कि इस वेरिएंट के कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर बोझ बढ़ेगा. यह ध्यान देने योग्य बात है कि ज्यादातर लोगों में डेल्टा और ओमिक्रॉन के कारण सर्दी की शिकायत हुई है इसलिए यह वेरिएंट लंबे समय तक हमारे जीवन को प्रभावित कर सकता है. खासकर उन लोगों को जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है.
सर्दी के मौसम में जुकाम और नाक का बहना आम बात है. कोविड स्टडी एप के डाटा से यह पता चलता है कि मौजूदा कोविड वेरिएंट के लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे हैं.
इसका मतलब है कि लक्षणों के आधार पर यह सुनिश्चित करना संभव नहीं है. हालांकि जब COVID का प्रभाव अधिक रहता है, तो गले में खराश, बहती नाक या असामान्य थकान होती है लेकिन इसको तब तक COVID नहीं माना जाना चाहिए जब तक कि आपका परीक्षण न हो जाए.
कुलमिलाकर, चाहे आपको COVID हो या न हो, घर पर रहना ही सबसे अच्छा है यदि आप इस तरह के लक्षणों से खुद को बीमार महसूस कर रहे हैं. वहीं यदि आप बाहर जाते हैं तो मास्क पहनें. अपने रोगाणुओं को दूसरों तक फैलाने से बचें जो अधिक असुरक्षित हो सकते हैं.