डीएम के निरीक्षण में गैरहाजिर मिले 99 शिक्षक, सभी का वेतन रुका
गोरखपुर । गोरखपुर जनपद में जिलाधिकारी विजय किरन आनंद के नेतृत्व में सघन निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस दौरान 57 अधिकारियों ने जिले के परिषदीय स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में 24 प्रधानाध्यापक, 43 सहायक अध्यापक एवं 32 शिक्षामित्र व अनुदेशकों समेत 99 अनुपस्थित मिले। जिनके विरुद्ध कार्रवाई करते हुए डीएम ने इन सभी का वेतन रोकते हुए तत्काल स्पष्टीकरण तलब किया। साथ ही इस मामले में विभागीय कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया।
सुबह आठ बजे ही निरीक्षण करने पहुंच गए डीएम
डीएम सुबह आठ बजे निरीक्षण करने बांसगांव पहुंचे। इनके अलावा 18 अन्य अधिकारी भी निरीक्षण करने पहुंचे। डीएम सबसे पहले बांसगांव विकास खंड के धनौड़ा खुर्द प्राथमिक विद्यालय, पूर्व माध्यमिक विद्यालय और राजकीय अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय कौड़ीराम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से विद्यालयों में शौचालय, कक्षा में टाइल्स लगने, रंगाई-पुताई, विद्युतीकरण, खेल का मैदान, शिक्षकों की उपस्थिति समेत पुष्टाआर वितरण आदि की जांच की। धनौड़ा खुर्द में प्रधानाध्यापक तथा एक महिला शिक्षामित्र गैरहाजिर मिले। जबकि दो सहायक अध्यापक मौजूद रहे। कुछ देर बाद पहुंचे प्रधानाध्यापक तथा शिक्षामित्र को फटकार लगाते हुए कार्यप्रणाली में सुधार की चेतावनी दी।
अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन रोक डीएम ने किया स्पष्टीकरण तलब
इसके बाद उन्होंने शिक्षकों से बेसिक शिक्षा से संबंधित सवाल भी पूछे। जिसका किसी ने भी संतोष जनक उत्तर नहीं दिया। इस पर रोष जताते हुए उन्होंने समुचित प्रशिक्षण के साथ ही ईमानदारी से दायित्यों के निवर्हन करने को कहा। उन्होंने कहा कि आगे भी इसी प्रकार से निरीक्षण जारी रहेगा और लापरवाह कर्मियों विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
पुष्टाहार वितरण नहीं करने पर 18 आंगनबाड़ी कार्यकत्री को नोटिस
इसके बाद उन्होंने आंगनबाडी केंद्रों का निरीक्षण किया। जिसमें पाया कि 18 आंगनबाड़ी कार्यकत्री गांवों में भ्रमण कर पुष्टाहार वितरण नहीं कर रही है। जिलाधिकारी ने सभी को नोटिस जारी करते हुए चेतावनी देते हुए अपने कार्य सही ढंग से संपादित करने और भ्रमण रजिस्टर को प्रमाणित कराने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने गांव में भ्रमण के दौरान ग्रामवासियों को कोविड से बचाव के लिए जागरूक करते हुए कोविड जांच कराने में सहयोग करने के लिए भी निर्देशित किया। डीएम ने निरीक्षण के लिए नामित उपजिलाधिकारी, खंड शिक्षाधिकारी, खंड विकास अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारियों को दो-दो प्राथमिक विद्यालयों एवं दो-दो आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण करने की जिम्मेदारी सौंपी थी।