डिमांड बढ़ाने पर जोर, खर्च के साथ बढ़ेगी मांग- निर्मला सीतारमण
देश की वित्त मंत सीतारमण ने कहा, ‘सरकार का जोर आत्मनिर्भर भारत की ओर है. मांग को बढ़ाना ज़रूरी था, नए बजट में खर्च के साथ मांग बढ़ेगी.’ उन्होंने कहा कि 2014 से लगातार एमएसपी बढ़ी है, सरकार कानूनों में बदलाव के लिए तैयार है. कृषि कानून में संशोधन के लिए सरकार तैयार है. किसानों में कानूनों को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है. निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘आशा है कि केंद्रीय बजट का इरादा अच्छी तरह से समझा गया है. हम चाहते हैं कि देश इस बजट को स्वीकार करे. कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते ज्यादा संसाधन नहीं थे, ऐसे में राहत पैकेज समय की मांग थी.’ उन्होंने कहा कि निजीकरण से बैंकों का फायदा होगा और बैंकों का कामकाज सुधरेगा. सीतारमण ने कहा, ‘एक डेवलपमेंट फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन (डीएफआई) आकांक्षी भारत के लिए पर्याप्त नहीं है. संशोधनों में निजी एमएफआई के आने का प्रावधान होगा. मैं निजी डीएफआई के लिए जगह बनाऊंगी.‘ उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में अधिक कुशल बैंकों की आवश्यकता है, इसमें फिसड्डी नहीं हो सकते, हमने आरबीआई के साथ बैंक निजीकरण पर बड़े पैमाने पर काम किया है.