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टॉप माओवादी नेता ने किया था सरेंडर, जानें क्यों

वायनाड. केरल पुलिस के समक्ष पिछले महीने आत्मसमर्पण करने वाले शीर्ष माओवादी नेता लिजेश को जल्द ही घर के साथ मानदेय व नौकरी मिलने की उम्मीद है. जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली जिला पुनर्वास समिति ने सरकार से लिजेश को आवास, नौकरी, मानदेय और जीविकोपार्जन के अन्य साधन राज्य सरकार द्वारा 2018 में घोषित ‘आत्ममसर्पण सह पुनर्वास’ पैकेज के तहत देने की अनुशंसा की है.

पुलिस ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि पैकेज के तहत मवाओवादी संगठन में शामिल व्यक्ति के हिंसा छोड़ मुख्यधारा में लौटने के मामले में अधिकारी उदारवादी रुख अपनाएंगे. वायनाड जिले के पुलिस प्रमुख अरविंद सुकुमार ने वायनाड के जंगलों में सशस्त्र विद्रोह कर रहे लोगों से हथियार छोड़कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने का आह्वान किया है.

उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित संगठनों के सदस्य जिला पुलिस प्रमुख, किसी सरकारी अधिकारी या स्थानीय शासन निकाय से इस संबंध में संपर्क कर सकते हैं. अधिकारी ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले माओवादी को सरकार द्वारा घोषित पैकेज का पूरा लाभ मिलेगा. गौरतलब है कि लिजेश उर्फ रामू प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) का सदस्य था.

 

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