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टीकाकरण महाअभियान से पहले कल देश को संबोधित करेंगे पीएम मोदी

नई दिल्ली।  16 जनवरी यानी शनिवार से भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान के रूप में निर्णायक जंग की शुरुआत हो रही है। माना जा रहा है कि राष्ट्र को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 जनवरी की सुबह वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से देशव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेंगे।

कोरोना महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में अंतिम हथियार साबित होने वाला टीकाकरण अभियान नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के लिए निर्धारित दिनों को छोड़कर प्रतिदिन सुबह 9 से शाम 5 बजे तक आयोजित किया जाएगा। टीकाकरण के पहले अभियान में सबसे पहले देश के स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्करों को कोरोना का टीका दिया जाएगा। इसके बाद 50 साल से ऊपर की उम्र वालों को टीका दिया जाएगा और फिर 50 साल के अंदर वाले उन लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा जिन्हें डायबिटीज, हाइपरटेंशन, दिल, किडनी या अन्य कोई संबंधित बीमारी है।

बीते कुछ महीनों में पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम यह दूसरा संबोधन होगा। इससे पहले अक्टूबर महीने में पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया था और लॉकडाउन हटने के बाद भी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद के लिए लोगों को कोरोना के खिलाफ जंग लड़ते रहने की याद दिलाई थी। बता दें कि कल होने वाले टीकाकरण अभियान से पहले सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में टीकों की पर्याप्त खुराकें भेज दी गई हैं।

इस कार्यक्रम से सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के 3006 स्थान डिजिटल माध्यम से जुडेंगे और हर केंद्र पर 100 लाभार्थियों का टीकाकरण होगा। यह टीकाकरण अभियान जन भागीदारी के सिद्धांत के तहत प्राथमिकता के आधार पर चलाया जाएगा जिसमें पहले चरण के तहत सरकारी व निजी क्षेत्रों के स्वास्थ्यकर्मियों और आईसीडीएस कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। टीकाकरण अभियान को सुचारू रूप से चलाने और टीका वितरण कार्यक्रम की निगरानी के लिए को-विन (कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क) नामक एक डिजिटल मंच भी तैयार किया गया है।

सरकार की ओर से कोविड-19 महामारी, टीकाकरण और इसके डिजिटल प्लेटफॉर्म से संबंधित सवालों के समाधान के लिए 24 घंटे और सातों दिन संचालित होने वाले कॉल सेंटर और हेल्पलाइन 1075 स्थापित की गई है। इससे इतर, सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री इस दौरान वीडियो कांफ्रेंस के जरिए देश के विभिन्न हिस्सों के कुछ स्वास्थ्यकर्मियों के साथ संवाद भी कर सकते हैं।

सूत्रों के मुताबिक, राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और सफदरजंग अस्पताल के अधिकारियों ने कहा है कि वे दोतरफा संवाद के लिए आवश्यक सभी इंतजाम के साथ तैयार हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘प्रधानमंत्री 16 जनवरी को देशव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेंगे। यह विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान होगा। इसलिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रपति कार्यालय से विमर्श के बाद यह निर्णय लिया है कि पोलियो टीकाकरण दिवस, जिसे पोलियो रविवार के रूप में मनाया जाता है, को बदलकर 31 जनवरी कर दिया जाए।’

देश में कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण अभियान के पहले दिन 16 जनवरी को करीब तीन लाख स्वास्थ्य कर्मियों को 2,934 केंद्रों पर टीके लगाए जाएंगे। प्रत्येक टीकाकरण सत्र में अधिकतम 100 लाभार्थी होंगे।  सरकार द्वारा खरीदे गए कोविशील्ड और कोवैक्सीन टीके की 1.65 करोड़ खुराकें उनके स्वास्थ्यकर्मियों के आंकडों के अनुसार राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को आवंटित की गई है।

राज्यों को सलाह दी गई है कि वे 10 फीसदी आरक्षित/बर्बाद खुराकों और रोजाना प्रत्येक सत्र में औसतन 100 टीकाकरण को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण सत्रों का आयोजन करें। राज्यों से यह भी कहा गया है कि प्रत्येक टीका केंद्र पर हड़बड़ी में तय सीमा से ज्यादा संख्या में लोगों को न बुलाएं। मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को टीकाकरण सत्र स्थलों को बढ़ाने की सलाह दी है और उनके रोजाना संचालन की बात कही है ताकि टीकाकरण प्रक्रिया स्थिर हो सके और आगे सुचारू रूप से बढ़ सके।

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