झूठे समझौते की शिकायत पर एडीजी ने फिर दिए दरोगा पर एफआईआर के आदेश
शाहजहांपुर। जलालाबाद कोतवाली में तैनात दरोगा जी पर कथित दुष्कर्म का मामला एक बार फिर तूल पकड़ता नज़र आ रहा है जिस मामले में जांचधिकारी जलालाबाद सीओ कथित समझौते की बात कर रहे थे अब पीड़िता ने सीओ पर ही दवाब बनाकर फर्जी समझौते का आरोप लगाते हुए एडीजी बरेली अविनाश चंद्र को शिकायती पत्र दिया है। एडीजी को दिए प्रार्थना पत्र में महिला ने बताया कि विगत वर्ष 30 नवंबर को वह मदनापुर से बापस आ रही थी कि रास्ते मे उसे जलालाबाद के ही निवासी 5 युवकों ने घेर कर एक खेत मे ले जाकर बारी बारी से दुष्कर्म किया और जलालाबाद के सरैंया मोड़ पर छोड़ गए थे जिसकी शिकायत के लिए पीड़िता कोतवाली गई थी पीड़िता ने आरोप लगाया कि शिकायत सुनने के नाम पर कोतवाली में तैनात दरोगा जी पीड़िता को कोतवाली स्थित कमरे में लेकर गए और वहां दरोगा जी ने भी दुष्कर्म की घटना को अंजाम दे डाला जिसकी शिकायत एसपी कार्यालय को भी की गई थी लेकिन शिकायत के बाद कार्यवाही न होने पर पीड़िता 1 दिसंबर को एडीजी बरेली के सामने पेश हुई तो 5 दिसंबर को आरोपियों के खिलाफ एडीजी बरेली द्वारा महिला थाना को मुकदमा पंजीकृत करने का आदेश जारी हुआ लेकिन मामला पुलिस के खिलाफ होने पर पूरा महकमा मामले के समझौते में जुट गया 23 दिसंबर को आदेश की कॉपी मीडिया में लीक हुई तो मीडिया और सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश पुलिस की जमकर फजीहत हुई आनन फानन में पुलिस ने 27 जनवरी को कथित तौर पर समझौता करा दिया लेकिन 1 जनवरी को पीड़िता फिर से एडीजी बरेली अविनाश चंद्र से मिली और आपबीती सुनाई कि कैसे उसको डरा धमका कर और धोखे से समझौता करा लिया गया है जिस पर एडीजी बरेली ने 3 जनवरी को कोतवाल जलालाबाद को आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया मगर अब तक मामले पर कोई भी एफआईआर दर्ज नही की जा सकी और पीड़िता दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है पीड़िता ने प्रार्थना पत्र में आरोपियों से जान के खतरे का अंदेशा जताते हुए सुरक्षा की भी मांग की है मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संजीव कुमार वाजपेयी ने बताया कि अभी जांच की जा रही है जांचोपरांत तथ्य सामने आने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।